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प्रगतिशील मगही समाज का जिला अधिवेशन सम्पन्न

मेदिनीनगर: प्रगतिशील मैगी ही समाज का जिला अधिवेशन दो नंबर टाउन में किया गया। इस अधिवेशन में किसान की समस्या,रोजगार की समस्या और उन्नत संस्कार में हो रहे गिरावट के कारण और समाधान पर चर्चा की गई।अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए प्राउटिष्ट सर्व समाज के महासचिव सुशील रंजन ने कहा कि कृषि क्षेत्र से देश के शत प्रतिशत आबादी का भरण पोषण होता है।आज इसी से अस्सी प्रतिशत नीजी कम्पनियां धन कुबेर बनते जा रहे हैं।लेकिन दुख की बात है कि आज की व्यवस्था में किसान वर्ग बदहाल हैं। कृषि क्षेत्र में देश की अस्सी प्रतिशत आबादी को रोजगार देने की क्षमता है। लेकिन सरकार इस दिशा में बिल्कुल उदासीन है। मगध के साथ साथ भारत में अधिवास करने वाली जनगोष्ठियों की लोक संस्कृति जो इन सब की अपनी अपनी मातृभाषा में अभिव्यक्त होता है।में उन्नत संस्कार पैदा करने की ताकत है।लेकिन इन सब की लोक संस्कृतियों को जन जीवन से दूर करने के लिए पाश्चात्य भोगवादी संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है।महासचिव रविन्द्र कुमार ने कहा कि आजादी के बाद देश की विविधता जो विभिन्न जन गोष्ठी के रूप में है।उस आधार पर राज्य का गठन कर सबको अपने अपने स्थानीय संसाधन पर आत्म निर्भर होने का वैधानिक अधिकार देना चाहिए था।लेकिन पूंजीवादी परस्त लोगों ने ऐसा न कर देश और देश वासी के साथ गम्भीर अपराध किया।मगध को ही देखा जाय जो अठारह जिला में फैला है।यह एक स्वतंत्र जनगोष्ठी है जिसे राज्य बनाकर या समाजिक आर्थिक इकाई बनाकर अपने संसाधन पर पूर्ण आत्मनिर्भर होने का वैधानिक अधिकार देना था।लेकिन ऐसा न कर पूंजीपतियों का उपनिवेश बनाए रखने के लिए इसे तीन राज्यों बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में बांट दिया गया।मधेसवर ने कहा कि जातिवाद का विकृत स्वरुप आज ना ईलाज कैंसर बन गया है। इसका एक ही समाधान है अंतरजातीय विवाह।अंतर्जातीय विवाह न सिर्फ जातीय विद्वेष को समाप्त करेगा वल्कि इससे राष्ट्रीय और साम्प्रदायिक विद्वेष भी समाप्त होगा।अधिवेशन को जन सम्पर्क सचिव दिलीप वर्मा,प्रकाशन सचिव विजय कुमार, संरक्षक विश्वनाथ सिंह , वित्त सचिव दिलीप ठाकुर,चक्रवर्ती उमेश कुमार, प्रयाग देव आदि ने भी सम्वोधित किया।अध्यक्षता वैद्यनाथ प्रसाद तथा धन्यवाद ज्ञापन जिला सचिव जगदीश मेहता ने किया।