आप तमामी हज़रात को इल्म की रौशनी ट्रस्ट की जानिब से रमज़ान शरीफ़ का ख़ैर मकदम है
रामगढ़। इल्म की रोशनी ट्रस्ट के सचिव मोहम्मद वसीम कौशल रिजवी ने कहा कि जैसा कि आप हज़रात को बख़ूबी मालूम है कि चन्द दिनों बाद रमज़ान उल मुबारक की आमद – आमद है। और रब्बे तआ़ला की तरफ़ से अहले इस्लाम के लिए एक बड़ा इन्आम है। जिसमें नेकियों का इज़ाफ़ा होता है और गुनाहों को मिटा दिया जाता है। रमज़ान उल मुबारक का चाँद नज़र आते ही दुनिया भर में तरावीह का एहतेमाम किया जाता है और अपने नेकियों में इजाफ़ा किया जाता है। मगर हम अपनी ला इल्मी की बुनियाद पर नेकि के बजाय गुनाहों में मुलविस होते हुए नज़र आते हैं। इसकी सबसे अहम वजह ये है कि हद्दे शरअ़ से कम दाढ़ी रख कर इमामत करना मैं उन तमाम हुफ़्फ़ाज ए किराम और अइम्मा ए किराम से बिलख़ुसूस गुज़ारीश करता हूँ जो हद्दे शरअ़ से कम दाढी रखते हैं ख़ुदारा क़ौम को धोखे में ना रखें और उनके इबादात को जायअ ना करें। क्योंकि आप को बख़ूबी इल्म है कि फ़िक़्हे हनफ़ी में हद्दे शरअ़ से कम दाढ़ी रखने वाले की इक़तदा में नमाज़ जायज़ नहीं। और अनजुमने कमेटी से गुज़ारीश करता हूँ ,
कि आप भी ऐसे हुफ़्फ़ाज ए किराम व अइम्मा ए किराम को अपनी मस्जिद में जगह देने से बचें वरना इसका वबाल आप लोगों ही के सर आएगा।
बिलख़ुसूस मैं इदारा ए शरीआ़ रामगढ़ के अराकीन से भी गुज़ारीश करता हूँ कि आप भी अपने इलाक़े का जायज़ा लें और आवाम की इबादात को बर्बाद होने से बचाएं। उम्मीद करता हूँ कि आप सब मेरे इस पैग़ाम को क़बूल करेंगे।