पतरातू में विस्थापित प्रभावित संघर्ष मोर्चा की बैठक संपन्न

कहाप्लांट में बाहरियों को भर्ती करने की चल रही है साजिश, करेंगे विरोध

पतरातु(रामगढ़)। जिला के पतरातू में स्थित पीटीपीएस पांच नम्बर रोड स्थित किशोर कुमार के कार्यालय परिसर में पूर्व घोषणा के अनुसार विस्थापित, प्रभावित संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में पी वि यू एन एल के विस्थापित प्रभावितों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई । बैठक की अध्यक्षता आदित्य नारायण प्रसाद एवं संचालन भुवनेश्वर महतो ने किया । विगत् 01 मार्च 2022 को पी वि यू एन एल के सी इ वो को सौंपे गए ज्ञापन पर आज तक कोई संज्ञान नहीं लेने और मोर्चा के द्वारा कई बार वार्ता के आग्रह को नजरअंदाज करने पर आज के बैठक में आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा गया कि यू पी एल के ददन सिंह के द्वारा अभी-अभी मैकेनिकल व सिविल में दो बाहरी को नियुक्त किया गया। साथ ही विस्थापित-प्रभावित विरोधी क्लाउज लगाकर सेफ्टी सुपरवाइजर का वैकेन्सी प्रकाशित करते हुए बाहरियों को बहाली करने का बहुत बडा साजिश किया जा रहा है । सभी ने एक स्वर से कहा कि जिनकी हजारों एकड़ जमीन में 4000 मेगावाट पावर प्लांट का निर्माण किया जा रहा है।उन्हें दरकिनार कर बाहरियों को नौकरी में रखकर प्लांट का निर्माण और संचालन सम्भव नहीं होने दिया जाएगा । मोर्चा द्वारा लगातार आवाज उठाने के बावजूद नौकरियों में 75 प्रतिशत विस्थापित प्रभावितों की बहाली का सरकारी कानून को ठेंगा दिखाते हुए पी वि यू एन एल, यू पी एल,भेल एवं भेल की एजेंसियों के माध्यम से बाहर के लोगों को काम पर रखना निरंतर जारी है । इस प्रकार विस्थापित प्रभावितों की उम्मीदों में पानी फेरने का काम किया जा रहा है। आज के बैठक के माध्यम से पी वि यू एन एल प्रबंधन को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा गया कि अभी हाल में मैकेनिकल और सिविल विभाग में जिन दो बाहरियों को यू पी एल के माध्यम से रखा गया है। उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाए। उनके जगह में विस्थापित- प्रभावित को नियुक्त किया जाए। सेफ्टी सुपरवाइजर के वैकेन्सी को तत्काल रद्द किया जाए। आगामी 05 अप्रैल 2022 तक वि प्र सं मोर्चा के साथ वार्ता करते हुए विस्थापित प्रभावितों को आवश्यकतानुरुप ऑन जाॅब वोकेशनल ट्रेनिंग करवाकर नियुक्ति सुनिश्चित की जाए । ऐसा नहीं हुआ तो 05 अप्रैल 2022 के पश्चात मोर्चा द्वारा व्यापक आंदोलन किया जाएगा। विशाल विरोध प्रदर्शन के साथ निर्माणाधीन पावर प्लांट का सारा काम ठप कर दिया जाएगा ।

बैरकों में रह रहे सभी बाहरी लेबरों को खदेड़ दिया जाएगा । साथ ही ददन सिंह भगाओ अभियान चलाया जाएगा। इसके पूर्व उसका घेराव करते हुए अल्टीमेटम दिया जाएगा , क्योंकि ददन सिंह को विस्थापित प्रभावितों का दुश्मन घोषित किया गया है । बैठक में निर्णय लेते हुए प्रत्येक गांव में बैठक कर उक्त आंदोलन की व्यापक तैयारी करने का निर्देश दिया गया।साथ ही आगामी 27 मार्च 2022 रविवार के साप्ताहिक बैठक में तैयारी की विस्तृत रुपरेखा बनाने की बात कही गयी । बैठक में मुख्य रूप से कुमेल उरांव, राजा राम प्रसाद, किशोर कुमार महतो, अब्दुल क्यूम अंसारी, बापी मुखर्जी, प्रदीप महतो, अलीम अन्सारी, लालू महतो, मनिजर साव, सुरेश साव,भगवान सिंह, सूजित सिंह, मनु मुन्डा, राॅकी मुंडा, पंकज कुमार, योगेश्वर कुमार, माधव प्रसाद, बिजय मुन्डा, नेपाल, परमेश्वर कुमार, प्रदीप गंझू, अशोक कुमार, प्रकाश कुमार, दीपक मुन्डा, संजय गुरु, अजय, सुरेन्द्र महतो, रामप्रसाद, मनोज, नरेश पाहन, वीरेन्द्र महतो, बालू गोप आदि सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।