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ताइपेई आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र के प्रतिनिधि पहुंचे चाईना कब्रिस्तान

  • चाईना सेमेट्री स्थित बौद्ध मंदिर में की पूजा

शहीद सैनिकों की कब्र पर पुष्प अर्पित कर हुए नतमस्तक 

रामगढ़ : ताइपेई आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र, नई दिल्ली के लायजिन अफेयर सेक्शन के निदेशक शाउ ई शुआन सोमवार को रामगढ़ जिला स्थित चाइना कब्रिस्तान पहुंचे। उसके साथ कोलकाता से चाइनीज प्रतिनिधि डेविड भी मौजूद रहे। दोनों अधिकारी दोपहर लगभग 2 बजे चाइना कब्रिस्तान पहुंचे। उन्होंने कब्रिस्तान का अवलोकन किया। इसके उपरांत बौद्ध मंदिर में पूजा प्रार्थना की। यहां दोनों अधिकारी कब्रिस्तान में सैनिकों की कब्र पर पुष्प अर्पित कर नतमस्तक हुए।

डेविड ने बताया कि शाउ ताइवान से हैं और पहली बार चाइना सेमेट्री पहुंचे है। वहीं शाउ ई शुआन ने कहा कि यहां द्वितीय विश्वयुद्ध के चीनी सैनिकों कब्र है। जिन्होंने यहां भारतीय सैनिकों के साथ युद्धाभ्यास किया था। दोनों देश के सैनिक जापान से लड़े थे। उन सैनिकों के सम्मान में यहां आएं हैं। बताते चले कि नई दिल्ली के बसंत विहार में ताइपेई आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र स्थित है जो भारत में ताइवान का प्रतिनिधि कार्यालय है। यह ताइवान और भारत के राजनयिक संबंधों के अभाव में एक वास्तविक दूतावास के रूप में कार्य करता है।

 

भारत-चीन के ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक है चाइना सेमेट्री

रामगढ़ जिला के बुजुर्ग जमीरा में स्थित चाइना कब्रिस्तान में 667 चीनी सैनिकों की कब्र है। जो 1939 से 1945 तक चले द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहां भारतीय सैनिकों के साथ युद्धाभ्यास करते हुए शहीद हो गये। बताया जाता है कि जहरीले सांपों के काटने और मलेरिया जैसी बिमारियों की चपेट में आकर अधिकांश सैनिकों की मौत हुई थी। यह चाईना कब्रिस्तान झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर बरकाकाना क्षेत्र में स्थित है। यहां अक्सर चीन के भारतीय महावाणिज्य दूतावास के अधिकारी सहित चीनी नागरिक भी आते रहते हैं। यहां शहीद चीनी सैनिकों के सम्मान में अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हैं।