हजारों किसान-मजदूर हैं पूर्व विधायक के साथ : किसान मजदूर संघ
रामगढ़ : शहर के कुशवाहा धर्मशाला में सोमवार को किसान मजदूर संघ ने अध्यक्ष रामदेव प्रसाद की अध्यक्षता में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। संघ की ओर से कहा गया कि रामगढ़ छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी पिछले एक वर्ष से हिटलर तानाशाह के रूप में कार्य कर रहे हैं। जनता को नौकर और अपने आप को मालिक समझ रहे हैं।
किसी जनप्रतिनिधि के पत्रों का जवाब देना भी मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। संघ की ओर से कहा गया कि सीईओ ने वह पूर्व विधायक शंकर चौधरी के मानहानि का केस करने की बात कही है, केस जरूर करें, वैसे उन्हें रोका भी किसने है। वह चाहे तो हम सभी लोगों पर भी केस कर सकते हैं। सारे किसान मजदूर पूर्व विधायक शंकर चौधरी के साथ हैं। कहा गया कि सीईओ ने 8 दिसंबर 2020 को अपने पत्र में लिखा है कि मुझे जानकारी नहीं है कि रामगढ़ में तीन-चार तल्ले मकान बने हुए हैं और बेसमेंट में जानकारी दुकानें चल रही हैं। जबकि इधर 400 लोगों को नोटिस दे दिया गया है। जबकि पूर्व शंकर चौधरी में सिर्फ 10 लोगों की सूची ही सीईओ को सौंपी थी। अब तो सीईओ खुद कह रहे हैं कि मैं करवाई नहीं करूंगा। बोर्ड की ओर से केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया है मैं उसका इंतजार करूंगा। जबकि पर इस प्रस्ताव को भेजे हुए 10 वर्ष से अधिक हो गए हैं। किसान मजदूर संघ की ओर से कहा गया है कि आंदोलन को लेकर हम लोगों ने सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं से बात की थी किसी ने भी सहयोग नहीं किया तब हम लोगों ने पूर्व विधायक शंकर चौधरी से संपर्क किया। उन्होंने पूरा साथ दिया। इसके पूर्व भी उन्होंने फल दुकानदारों के लिए भी आंदोलन किया था और लाठियां भी खाई हैं। जिससे साफ होता है कि अमीरों के हमदर्द सभी नेता हैं, लेकिन गरीबों का साथ देनेवाले बेहद कम हैं।
कहा गया कि सीईओ धमकी देना बंद करें, हजारों किसान मजदूर पूर्व विधायक शंकर चौधरी के साथ है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सचिव घनश्याम महतो, बलराम प्रसाद कुशवाहा, राजकुमार कुशवाहा, तुलसी कुशवाहा, प्रदीप गुप्ता, राजकुमार, संदीप महतो, पिंटू कुमार मौजूद थे।