सरहुल पूजा धूमधाम से मनाने को लेकर हेसाबेड़ा में हुई बैठक

उरीमारी : सरहुल पूजा धुमधाम से मनाने को लेकर उरीमारी (हेसाबेड़ा) दुर्गा मंडप में गुरुवार को मांझी हडाम सीताराम किस्कु की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमे सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सरहुल पुजा 26 एवं 27 मार्च को मनाया जायेगा।

बैठक को संबोधित करते हुए मांझी हडाम सीताराम किस्कु ने कहा कि सरहुल हम आदिवासियों का प्रमुख त्योहार है। पतझड़ के बाद, जब पेड़-पौधे हरे-भरे होने लगते हैं, तब सरहुल त्योहार शुरू होता है। सरहुल त्योहार धरती माता को समर्पित है। इस दौरान प्रकृति की पूजा की जाती है। यह पर्व रबी की फसल कटने के साथ ही शुरू हो जाता है इसलिए इसे नए वर्ष के आगमन के रूप में भी मनाया जाता है।

बैठक में मुख्य रूप से मांझी हडाम सीताराम किस्कु, नायके हडाम जगमोहन मांझी, परानिक संजीव सोरेन, जोगवा रुंगटा किस्कु, शनिचर मांझी, पतिलाल मांझी, पुरण मांझी, बंशीलाल मांझी, उरीमारी पंचायत समिति सदस्य कानू मंराडी, जतरू बेसरा, मनु टुडू, सुरेश मांझी, सिगु मांझी, तिवारी मांझी, प्रभु किस्कु, राजेश बेसरा, विकास किस्कु, आनंद टुडू, मोहन, छोटु, महावीर, विक्की, राजन सहित कई लोग मौजूद थे।