ससुरालवालों ने आननफानन में शव का कर दिया अंतिम संस्कार
बरकाकाना ओपी क्षेत्र के बारीडीह का मामला
नतिनी ने फोन कर बताया पिता और दादी ने पीटकर मार डाला : चिनिया मुंडा
बरकाकाना (रामगढ़) : ओपी क्षेत्र में बारीडीह में महिला की मौत और आननफानन में शव जलाने का गंभीर मामला सामने आया है। मामले में मृतका के पिता इचातु गांव, रजरप्पा थानाक्षेत्र निवासी चिनिया मुंडा ने बरकाकाना ओपी में आवेदन देकर अपनी पुत्री मानेश्वरी देवी की हत्या का आरोप दामाद उमेश मुंडा और सास बलकाही देवी पर लगाया है।
आवेदन में कहा गया है कि मानेश्वरी देवी की शादी लगभग 15 वर्ष पूर्व बारीडीह के उमेश मुंडा पिता स्व. जुगलू मुंडा के साथ हुई थी। शादी के बाद से दामाद और सास उसपर तरह तरह के अत्याचार करते आ रहे थे। पूर्व में इसे लेकर ओपी में शिकायत की गई थी। जिसे स्थानीय स्तर सुलह कराकर सलटा दिया गया था। इधर मंगवार को नतिनी नैनी कुमारी ने सुबह आठ बजे फोन कर बताया कि पिता और दादी ने मारपीट कर मां की हत्या कर दी है। बारीडीह पहुंचने पर एक कमरे में शव पड़ा हुआ देखा गया। घटना की जानकारी देने जब बरकाकाना ओपी पहुंचे। इसी दौरान उन्हें जानकारी मिली की साक्ष्य छिपाने की नीयत से शव का दाह संस्कार किया जा रहा है। चिनिया मुंडा ने पुलिस से उचित कार्रवाई करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
बताया जाता है कि आवेदन पर पुलिस बारीडीह गई। तब तक गांव में शव का दाह संस्कार हो गया। पुलिस के पहुंचने पर दाह संस्कार में शामिल लोग भाग खड़े हुए।
बहरहाल मामले को लेकर स्थानीय पुलिस, बारीडीह के जनप्रतिनिधि भी सवालों में घिर रहे हैं। संदेहास्पद स्थिति में एक महिला की मौत हो जाती है। उसके मायकेवाले शव देखकर ओपी भी पहुंच जाते हैं, दाह संस्कार भी हो जाता है। घर के पास पड़ोस, पुलिस के चौकीदार और जनप्रतिनिधियों को भी इसकी जानकारी नहीं हुई हो, ऐसा संभव नहीं लगता। मामले के ओपी पहुंचने के साथ ही आननफानन में शव का दाह संस्कार करा देना गंभीर शंकाएं पैदा कर रहा है।
जानकारी के अनुसार पूर्व में मानेश्वरी देवी और उमेश मुंडा का विवाद कोर्ट भी पहुंचा था। कोर्ट में दोनों पक्ष के बीच सुलह भी हुआ था। मृतका मानेश्वरी देवी अपने पीछे पांच पुत्री और एक पुत्र छोड़ गयी है।