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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर गोला में कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन

कार्यक्रमों में विधायक ममता देवी हुई शामिल

आज महिलाएं आत्मनिर्भर होकर मिसाल पेश कर रही: ममता देवी

गोला(रामगढ़)।अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस में गोला प्रखंड के गोला कलस्टर एवं बंदा कलस्टर मे आयोजित कार्यक्रमों में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में रामगढ की विधायक ममता देवी शामिल हुई। बतौर मुख्य अतिथि विधायक ममता देवी ने कार्यक्रम में कहा की आज का यह दिन महिलाओं को समर्पित है। आज आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, खेल हर क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियों से भरा हुआ है। ये दिन इन्हीं उपलब्धियों को सलाम करने का दिन है। इसके अलावा इस दिन का मकसद महिलाओं के अधिकारों को लेकर जागरुकता फैलाना भी है।ताकि उन्हें उनका हक मिल सके और वह पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें।

आज महिलाएं आत्मनिर्भर बन गई हैं। हर क्षेत्र में वह मिसाल कायम कर रही हैं। लेकिन कई बार उन्हें समाज में लैंगिक असमानता का व्यवहार झेलना पड़ता है। ऐसे में इस दिन महिलाओं के प्रति समाज में व्याप्त भेदभाव और असमानता को खत्म करने का संकल्प लेना है।


यह बात सही है कि महिलाएं हर क्षेत्र में परचम लहरा रही है। लेकिन आज भी कन्या भ्रूण हत्या के मामले आज भी आते हैं। महिला के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में हमारा यह कत्तर्व्य है हम महिलाओं की स्थिति समाज में बेहतर बनाने को लेकर प्रयासरत रहने का संकल्प लें। *हमारी झारखंड सरकार भी आज महिला सशक्तिकरण के लिए योजनाएं संचालित कर रही हैं जैसे
महिला स्वावलंबी योजना के अंतर्गत झारखंड के ग्रामीण महिलाओं को बकरी बकरा मुर्गी बत्तख पूजा का वितरण किया जा रहा है। साथ ही
जोहर योजना के अंतर्गत किसानों को खेती की ट्रेनिंग के साथ मत्स्य पालन मुर्गी पालन पशुपालन की ट्रेनिंग तथा आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। साथ साथ फूलो झानो आशीर्वाद योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में हरिया दारु की बिक्री और निर्माण कार्य से मजबूरन जुड़ी महिलाओं को आजीविका चलाने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
साथ ही पलाश ब्रांड के तहत सखी मंडलों द्वारा निर्मित या उत्पादित सभी तरह के समान ओपन मार्केट में बेचा जा रहा है। ग्रामीण विकास विभाग की और से नारी शक्ति के के सशक्तिकरण तथा उन्हें स्वरोजगार से जोड़ नहीं पहचान दिलाने के लिए यह योजना बनाई गई है।
कोविड-19 की वजह से बेरोजगारी बढ़ती जा रही है और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले छोटे बच्चे और महिलाओं को पौष्टिक भोजन नहीं मिल पा रहा है जिससे कुपोषण बढ़ता जा रहा है इसलिए इन सब समस्याओं के से निपटने के लिए झारखंड सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जिसके तहत दीदी बाड़ी योजना को शुरू किया गया है*हमारी झारखंड सरकार भी महिला सशक्तिकरण के लिए
योजनाएं संचालित कर रही हैं जैसे*
महिला स्वावलंबी योजना के अंतर्गत झारखंड के ग्रामीण महिलाओं को बकरी बकरा मुर्गी बत्तख पूजा का वितरण किया जा रहा है।
जोहर योजना के अंतर्गत किसानों को खेती की ट्रेनिंग के साथ मत्स्य पालन मुर्गी पालन पशुपालन की ट्रेनिंग तथा आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।फूलो झानो आशीर्वाद योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में हरिया दारु की बिक्री और निर्माण कार्य से मजबूरन जुड़ी महिलाओं को आजीविका चलाने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। पलाश ब्रांड के तहत सखी मंडलों द्वारा निर्मित या उत्पादित सभी तरह के समान ओपन मार्केट में बेचा जा रहा है। ग्रामीण विकास विभाग की और से नारी शक्ति के के सशक्तिकरण तथा उन्हें स्वरोजगार से जोड़ नहीं पहचान दिलाने के लिए यह योजना बनाई गई है।