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झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन रुपेश पांडेय हत्या और देवघर में अंबा प्रसाद का मामला उठा

स्पीकर ने देवघर डीसी को अंबा प्रसाद मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया

रांची। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सत्ता और विपक्ष लगातार आक्रामक होते नजर आ रही है।झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही महाशिवरात्रि के दिन देवघर मंदिर में हुई अवस्था का मुद्दा गरमा गया। विपक्षी दल भाजपा के विधायकों ने सरकार पर चौतरफा हमला बोल दिया। भाजपा विधायकों ने सत्ताधारी दल की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के साथ देवघर मंदिर में हुए व्यवहार के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि अंबा का अपमान पूरे सदन का अपमान है।
अंबा प्रसाद ने कहा कि वह कल देवघर गई थीं। मंदिर में अव्यवस्था का माहौल था। मैंने SDO को बुलाया, वे नहीं आए। मुझको खुद आने को कहा, अभिवादन का जवाब नहीं दिया। स्पीकर ने निर्देश दिया कि सरकार एक्शन ले। इन लोगों का मन बढ़ गया है। विधायक ने कहा कि मुझसे खराब व्यवहार किया गया।
मेरे निजी सचिव को को घसीटकर निकाला। मंदिर के प्रबंधक ने बदतमीजी की गई। स्पीकर के आदेश पर संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।
विधानसभा में मामला उठाए जाने के बाद विधायक अंबा प्रसाद के मामले की हकीकत जानने के लिए देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने जांच का आदेश दे दिया है। उपायुक्त ने बताया कि महाशिवरात्रि के अवसर बाबा वैद्यनाथ मंदिर परिसर में विधायक के साथ किए गए व्यवहार के मामले में जांच का आदेश दिया है। जांच की जिम्मेदारी उप विकास आयुक्त कुमार ताराचंद को दी गई है। 48 घंटे के अंदर तथ्यात्मक प्रतिवेदन उपलब्ध कराने काे कहा गया है।
कार्यवाही की शुरुआत में भाजपा विधायकों ने एक तरफ जहां देवघर में महाशिवरात्रि पर भक्तों पर लाठीचार्ज और अव्यवस्था का मुद्दा उठाया गया वहीं दूसरी तरफ मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर सरकार का घेराव किया। मॉब लिचिंग के मुद्दे पर दोषियों को फांसी देने की मांग को लेकर सदर के अंदर नारेबाजी की गई। इससे पहले इस मुद्दे पर भाजपा के विधायकों ने विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। विधायकों ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर सरकार पर सीधा हमला बोला।
सरकार के खिलाफ पोस्टर लेकर बैठे विधायकों ने जमकर नारेबाजी की गई। इसमें हजारीबाग के बरही निवासी रूपेश पांडेय तथा सिमडेगा के संजू प्रधान की मौत पर सवार उठाए गए। भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि हेमंत सरकार में कोई सुरक्षित नहीं है। लोग उन्मादी भीड़ के शिकार हो रहे हैं। सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। संजू प्रधान और रूपेश पांडेय का मामला प्रमाण है। भाजपा इस मामले के विरोध में लगातार आंदोलन करेगी। रूपेश के मामले की CBI जांच कराने की मांग की गई।