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सद्गुरु कृपा से हो उजियारा, घर-आंगन फिर महके सारा

बोले शंकर सुनो भवानी , सहज योग का ज्ञान ,ओंकार का भेद समाधि , सुमिरन का विज्ञान

रामगढ़परम गुरु ओशो की कृपा एवं सद्गुरु के आशीष से रामगढ़ ओशोधारा संघ का “घर-घर ओशो ध्यान” का दूसरा पाक्षिक आयोजन भूत-भावन भगवान शिव के पावन महापर्व महाशिवरात्रि की पूर्व प्रभात पर रामप्रसाद चंद्रभान सरस्वती विद्या मंदिर के समीप स्थित देवंती राणा के निवास पर धूम-धाम से संपन्न हुआ।
आयोजन का श्री गणेश परम गुरु ओशो , सद्गुरु सिद्धार्थ औलिया जी तथा शिव दरबार के समक्ष दीप प्रज्जवलन , सामुहिक पुष्पार्पण एवं गुरु वंदना से हुआ। आज का आयोजन विशेष रूप से महाशिवरात्रि को समर्पित रहा। सामुहिक महामृत्युंजय पाठ एवं नाम ध्यान की प्रक्रिया में सभी साधकगण भाव-विभोर हो उठे , समस्त वातावरण जैसे शिवमय हो गया। भगवान भोलेनाथ की बारात के अद्भुत प्रसंग के यशोगान का श्रवणपान कर सभी ने अपार धन्यता अनुभव की। इसके पश्चात महाआरती सम्पन्न हुई। क्रमशः आयोजन में आए हुए बच्चों ने प्रासंगिक वक्तव्य एवं वाक्-कौशल से ढेर सारी प्रशंसा व तालियां बटोरी। आयोजन के आरंभिक सत्र एवं विसर्जन सत्र का संचालन ओशोधारा के झारखंड स्टेट प्रेस मीडिया कोआर्डिनेटर स्वामी राज़ रामगढी ने किया, जबकि मध्य के ध्यान सत्र का संचालन वाई.ई.अशोक कुमार गुप्ता ने किया। आभार ज्ञापन के पश्चात गुरु प्रसाद का वितरण किया गया।


इस अवसर पर मुख्य रूप से रामेश्वर राणा, देवंती राणा, मंजू गुप्ता , कुंती देवी , स्वामी केदार मुंडा , स्वामी अयोध्या प्रसाद, तुलसी महतो, अंगिता देवी, विजयलक्ष्मी कुमारी, विख्यात राज, मीठी रानी, वैष्णवी मानसाता , विदुषी मानसाता सहित आस-पास के अनेक जिज्ञासु एवं श्रद्धालु जन उपस्थित थे।