मेदिनीनगर: पड़वा प्रखंड के ग्राम कजरमा में अखिल भारतीय किसान महासभा की बैठक किया गया। बैठक में किसान महासभा का सदस्यता कई लोगों ने ग्रहण किया। बैठक की अध्यक्षता लक्ष्मण भूइया ने किया।बैठक में अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष प्रदीप विश्वकर्मा ने कहा कि कजरमा गांव दलित बहुल गांव है। और यहां दलित प्रतिनिधि भी हैं। इसके बावजूद इस गांव के दलितों की स्थिति वद से बदतर हो गई है। आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाया है।लेकिन इससे स्थानीय विधायक और सांसद का कोई लेना देना नहीं है।उन्होंने कहा कि केवल जात,पात,नाता, रिश्तेदारी लेकर चुनाव में आते हैं।और चुनाव जीतकर दबे कुचले लोगों को भूल जाते हैं।उन्होंने कहा कि लोगों को आज जागने की जरूरत है। भाकपा माले अखिल भारतीय किसान महासभा एक ऐसी पार्टी है। जहां दबे, कुचले लोगों को हक अधिकार आंदोलन कर दिलवा सकती हैं। केंद्र की भाजपा सरकार दबे कुचले की सरकार नहीं है। केवल बड़े पूंजीपतियों, कारपोरेट, दलाल ,बिचौलियों की सरकार है। इसलिए एकता बध होने की जरूरत है।उन्होंने लोगों को आह्वान करते हुए कहा कि आगामी 28 फरवरी 2022 को पड़वा बाजार में किसान महासभा का सम्मेलन आयोजित किया गया है। उस सम्मेलन में सभी कार्यकर्ताओं को आने की जरूरत है। मार्च महीने में पर्चा धारियों की तमाम सरकारी जमीनों के सवालों पर धारावाहिक आंदोलन किया जाएगा।और कई गांव में किसान महासभा की सदस्यता अभियान चलाया जाएगा।इस सदस्यता अभियान में द्वारिक विश्वकर्मा ,सुरेंद्र पासवान, रघुबीरा, पवन विश्वकर्मा के साथ कई लोग सफल बनाने में लगे है। इस बैठक में पलामू जिला सचिव अखिल भारतीय किसान महासभा, एवं सतबरवा सचिव भाकपा माले कमेश सिंह चेरो समेत कई लोग उपस्थित थे।