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झारखंड कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर गिरिडीह के मधुबन में संपन्न

चिंतन शिविर के अंतिम दिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल ने वर्चुअल संबोधित किया

हिंदुस्तान राज्यों का संघ है: राहुल गांधी

मधुबन(गिरिडीह)। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा सुप्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुवन, गिरीडीह में पिछले 20 फरवरी से आयोजित तीन दिवसीय चिन्तन शिविर का आज तीसरे और अंतिम दिन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। आज समापन सत्र के अंतिम दिन चिंतन शिविर में शामिल झारखंड कांग्रेस के सभी नेताओं को कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव सह संगठन प्रभारी के.सी. वेणुगोपाल ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदुस्तान “राज्यों का संघ” है। देश के सभी छोटे-बड़े राज्य मिलकर भारत देश बनता है। कांग्रेस पार्टी की भी यही मान्यता है और भारतीय संविधान में भी इसी अवधारणा को अंगीकार किया गया है। सभी राज्य मिलकर फूलों का एक गुलदस्ता बनता है जिसमें शामिल प्रत्येक राज्य रूपी फूल का अपना स्थान और महत्व है और इन राज्यों के बीच होने वाले आपसी संवाद को देश के विभिन्न संस्थान जिंदा रखते हैं। उन सभी पर भाजपा लगातार आक्रमण कर रही है ए्वं उन्हें कमजोर कर रही है। राहुल गांधी ने कहा झारखंड एक महत्वपूर्ण राज्य है जिसका अपना एक गौरवशाली इतिहास है और समृद्ध सभ्यता-संस्कृति है। इस राज्य में कई भाषाएं बोली जाती है। यहां अलग-अलग धर्म-संप्रदाय और जाति के लोग निवास करते हैं।कांग्रेस पार्टी इन सबों की पार्टी है। झारखंड राज्य की अपनी खास विशेषता है जिसकी हमें रक्षा करनी है। झारखंड की जो आत्मा है, जो इसका डीएनए है, उसकी भी हमें रक्षा करनी है। भाजपा और आरएसएस द्वारा एक खास विचारधारा, जो नागपुर से संचालित होती है को इस राज्य पर जबरन थोपना चाहती है। कांग्रेस पार्टी चाहती है कि झारखंड में झारखंडवासियों की ही आवाज हो। साथ ही, झारखंड की इस आवाज को राष्ट्रीय फलक के साथ जोड़ा जाए। झारखंड कांग्रेस इस अभियान में अपना सहयोग दे रही है। झारखंड में कांग्रेस का संगठन मजबूत है। इसे और ज़्यादा संगठित करना है, वहीं नये युवाओं को पार्टी से जोड़ना है।

राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड में हमारी पार्टी सरकार में शामिल है। चुनाव पूर्व किए गए घोषणापत्र के वायदे पूरा करना हमारी जवाबदेही है। झारखंड में कार्यकर्ताओं के बदौलत ही पार्टी सत्ता में आई है। उनके मान- सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं की जा सकता। झारखंड में शामिल कांग्रेस कोटे के मंत्रियों को कार्यकर्त्ताओं के कहने पर ही बनाया गया है। अगर वे नहीं चाहेंगे तो उन्हें बदला भी जा सकता है। राहुल गांधी ने आगे कहा झारखंड की विचारधारा और कांग्रेस की विचारधारा समान है। हमारी जवाबदेही है कि झारखंड को एक मॉडल के रूप में विकसित करें,जिसमें युवा महिला, आदिवासी, दलित, पिछड़ा, व्यापारी सहित अन्य सभी वर्ग के लोगों का विकास हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करना है। इस कार्य में जो भी वरिष्ठ नेता एवं युवा नेता अपना योगदान देते हैं। उनको पार्टी में मान-सम्मान एवं जिम्मेदारी दिया जाएगा।
एआईसीसी के राष्ट्रीय महासचिव सह -संगठन प्रभारी के. सी. वेणुगोपाल ने वर्चुअल तरीके से चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए कहा की कांग्रेस पार्टी के लिए झारखंड उपजाऊ भूमि है।इतनी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद इस राज्य में हमारे पास बड़ी संख्या में अच्छे नेता, मंत्री एवं विधायक हैं। राष्ट्रीय नेतृत्व को झारखंड से काफी उम्मीद है। इसीलिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सभी नेताओं तथा सभी मंत्रियों एवं विधायकों कि यह विशेष जिम्मेदारी है कि अपने सभी मतभेदों को भुलाकर प्रखंड एवं पंचायत स्तर के कार्यकर्ताओं को शक्ति दें। उन्होंने कहा इस चिंतन शिविर के माध्यम से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए ठोस संगठनात्मक रणनीति का निर्माण किया जाना चाहिए। इसीलिए इस शिविर में सर्वसम्मति से लिए गए निर्णयों का अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने पार्टी संगठन की मजबूती के लिए सदस्यता अभियान में बढ़-चढ़कर सदस्य बनाने का निर्देश दिया।
एआईसीसी के राष्ट्रीय महासचिव सह झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित इस चिंतन शिविर में राज्य के प्रमुख नेताओं ने राज्य के लोगों की बेहतरी, गठबंधन सरकार से समन्वय एवं पार्टी संगठन की मजबूती के लिए पूरे तीन दिन गहन चिंतन मंथन किया है। इस मंथन के बाद से जो प्रस्ताव सर्वसम्मति से तय किए गए हैं।उनका अनुपालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ बेहतर समन्वय के लिए सहयोगी दलों के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम एवं समन्वय समिति के गठन का प्रस्ताव सरकार के समक्ष पेश किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव से पूर्व राज्य की जनता से जो वायदे किए थे।उन्हें पूरा करने की जवाबदेही हमारी है। कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान की रक्षा भी हमें करनी है। साथ ही, राज्य में बेरोजगारी, पिछड़ों को 27% आरक्षण, भूमि अधिग्रहण कानून 2013 एवं वन अधिकार कानून का सख्ती से अनुपालन करवाना सहित अन्य कई गंभीर मुद्दों का समाधान करना है। उन्होंने जल्द से जल्द लम्बित पंचायत चुनाव को भी करवाने का भी निर्देश दिया।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस पार्टी के संगठन की मजबूती उनकी पहली प्राथमिकता है। इस हेतु जो कुछ किया जाना आवश्यक है,वो सभी कार्य किये जायेंगे।यह चिंतन शिविर इसी प्रयोजन से आयोजित किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि अभी कांग्रेस पार्टी राज्य में सरकार में शामिल है, इसीलिए हम पर संगठन की मजबूती के साथ-साथ राज्य की जनता की अपेक्षाओं एवं आकांक्षाओं पर खरे उतरने की भी गंभीर चुनौती है। इसीलिए राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर हमारे चुनावी घोषणा-पत्र के विषयों को अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार से बेहतर समन्वय सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने अपने संबोधन में राहुल गांधी एवं केसी वेणुगोपाल जी को वर्चुअल तरीके से मार्गदर्शन देने के लिए धन्यवाद दिया एवं उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य में नए सदस्य बनाने के निर्धारित लक्ष्य से अधिक सदस्य बनाए जाएंगे।
आज चिंतन शिविर के तीसरे एवं अंतिम दिन राज्य में सरकार एवं संगठन से संबंधित विभिन्न विषयों पर गंभीर चर्चा के उपरांत सर्वसम्मति से लिए गए निर्णयों की जानकारी सभी प्रतिभागियों के समक्ष साझा की गई। इन विषयों पर कार्यकारी अध्यक्ष सांसद गीता कोड़ा, बंधु तिर्की, जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, विधायक ममता देवी, राजेश कच्छप, दीपिका पांडे सिंह, उमाशंकर अकेला,अम्बा प्रसाद,केशव महतो,के.एन.त्रिपाठी, अशोक चौधरी,रमा खलखो,गंजन सिंह,राकेश्वर पांडेय,जिला अध्यक्ष- मुनेश्वर उरांव,सुरेश बैठा एवं श्यामल सिंह सहित अन्य नेताओं ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।
चिंतन शिविर के समापन पर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे एवं सह प्रभारी उमंग सिंघार ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया। प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर एवं नेता विधायक दल आलमगीर आलम ने दोनों प्रभारियों का पुष्पगुच्छ देकर एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र दिया गया।नेता विधायक दल मंत्री आलमगीर आलम ने कहा की राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मान सम्मान की रक्षा एवं सरकार में भागीदारी के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगे।
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के इस तीन दिवसीय चिंतन शिविर में मुख्य रूप से प्रभारी अविनाश पांडे,सह- प्रभारी उमंग सिंघार, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर नेता कांग्रेस विधायक दल आलमगीर आलम,राज्य सरकार के मंत्री डॉ रामेश्वर, उरांव, बन्ना गुप्ता एवं बादल पत्रलेख, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय, पूर्व मुख्यमंत्री झारखंड सरकार मधु कोड़ा, झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष गीता कोड़ा, बंधु तिर्की, जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर ,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू,सुखदेव भगत, झारखंड कांग्रेस के विधायक डॉ. इरफान अंसारी, दीपिका पांडे सिंह, नमन विक्सल कौंगाड़ी,राजेश कच्छप, ममता देवी, पूर्णिमा नीरज सिंह,रामचंद्र सिंह, संगठन प्रभारी रविंद्र सिंह, प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, राकेश सिन्हा, डॉ. राकेश किरण महतो, डॉ एम. तौसिफ,आभा सिन्हा, ईश्वर आनंद, सतीश पॉल मुंजनी,मंजू कुमारी, कांग्रेस सहयोगी संगठन के शकील अख्तर, गुंजन सिंह,अभिजीत राज,आमीर हाशमी,केदार पासवान, सुशील मरांडी, राकेश्वर पांडेय,कौशल किशोर,जिला अध्यक्ष – सुरेश बैठा, मुनेश्वर उरांव, बृजेंद्र सिंह, नरेश वर्मा श्यामल सिंह, राम कृष्ण चौधरी,संजय पांडे,रौशन बरुवा, अनूप केसरी, अवधेश सिंह, मंजूर अंसारी, बिट्टू पाठक, रंजंन बोईपाई, छोटेराय किस्कु,वरिष्ठ कांग्रेस नेता शमशेर आलम, मन्नान मल्लिक,वरिष्ठ कांग्रेस नेता शमशेर आलम, केशव महतो कमलेश,मदन मोहन शर्मा,कुमार गौरव,कुमार राजा,रियाज अहमद, राजेश सिन्हा सन्नी, आलोक दुबे ,विनय सिन्हा दीपू आदि शामिल थे।चिंतन शिविर कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यालय प्रभारी अमूल्य नीरज खलखो, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा एवं संजय लाल पासवान,सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर गजेंद्र सिंह तथा गिरीडीह जिला कांग्रेस कमिटी के सतीश केडिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा। चिंतन शिविर में धन्यवाद ज्ञापन संगठन प्रभारी रविंद्र सिंह ने किया।