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झारखंड की वर्तमान भाषा नीति तत्काल वापस लेने की मांग को लेकर निकाला गया मार्च

आदिवासी संघर्ष मोर्चा, आयशा और आरवाईए ने निकाला मार्च

रामगढ़। झारखंड के वर्तमान भाषा नीति तत्काल वापस लो, झारखंड स्थानीय नीति के लिए अंतिम सर्वे खतियान आधार के तहत नियोजन नीति लागू करो और झारखंड के छात्र युवा बेरोजगारों को तत्काल रोजगार बहाल करो के लिए आदिवासी संघर्ष मोर्चा एवं ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आयशा) और इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाइए) के बैनर तले रोजगार अधिकार मार्च निकाला गया।

झारखंड की जल, जंगल, जमीन, भाषा संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार हेतू संघर्ष तेज करने के लिए ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आयशा) इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाइए) और आदिवासी संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में राज्यव्यापी के कार्यक्रम के तहत रामगढ़ जिला के माले कार्यालय से छात्र-युवा, महिला-पुरुष, नौजवान हजारों की संख्या में रोजगार अधिकार मार्च राजकीय उच्च पथ 33 में इंकलाबी नौजवान सभा के प्रांतीय अध्यक्ष अमल कुमार, विनेश मुंडा, करण मुंडा, उपेंद्र मुंडा, संदीप बेदिया, कमल बेदिया, अमित प्रजापति, अमर मुंडा सुनील बेदिया विनोद बेदिया, बबलू बेदिया, राजू बेदिया, दशा राम मांझी, महादेव मुर्मू, ब्रह्मदेव मुर्मु, मोहित मुंडा, भोला महतो, राजेंद्र राम, उमेश गोप, आदिवासी संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक देवकीनंदन बेदिया, नीता बेदिया, मुलिया देवी, सुगिया देवी, कदमी देवी, बैरसो देवी, सुशीला देवी, सुनीता देवी, सुशीला देवी, भारती देवी, कीमन देवी शांति देवी,नीतू बेदिया, रीना देवी,शारो देवी, देवकी देवी,सोहरी देवी, सुशीला देवी, मानो देवी, ललिता देवी लाल मुन्नी देवी, कविता देवी, उर्मिला देवी, गुलाबीया देवी, जयंती देवी, सोनी देवी, संतोषी देवी, मानो देवी, सीमा देवी, शारो देवी, गुड्डी देवी, सीता देवी, सुभाषो देवी, पारो देवी, तारा देवी, मालती देवी, देवंती देवी, सालो देवी, काजो देवी, मिनी देवी- मुखिया, बसंती देवी ,खुशनी देवी चंचला देवी अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हीरा गोप, सरजू मुंडा, जयनंदन गोप, लाका बेदिया, भुनेश्वर बेदिया,तृतियाल बेदिया। भाकपा माले रामगढ़ जिला सचिव- भुनेश्वर बेदिया के नेतृत्व में शहर के मेन रोड़ पर मार्च करते हुए नया बस स्टैंड बिजलिया से पुनः वापस होते हुए सुभाष चौक में मार्च सभा में तब्दील हो गया जो, सभा को संबोधित इंकलाबी नौजवान सभा के प्रांतीय अध्यक्ष-अमल कुमार, आदिवासी संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवकीनंदन बेदिया और भाकपा माले जिला सचिव भुनेश्वर बेदिया ने संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड राज्य गठन के बाद 21 साल हो गए हैं। 21 साल के दौरान भाजपा आजसू कांग्रेस के राजनीतिक दलों की सरकार बनाकर चलाते आ रही है। लेकिन झारखंड नवनिर्माण के सवाल पर झारखंड की स्थानीयता नीति और रोजगार के लिए नियोजन नीति और छात्र- युवा, बेरोजगारों को रोजगार गारंटी करने के लिए आज तक कोई भी सरकार गंभीर दिखाई नहीं दी है। उल्टा झारखंड वासियों की भाषा, संस्कृति-जल-जंगल जमीन पर अतिक्रमण करते हुए जन विरोधी नीतियों को लगातार बना कर पूंजीपरस्त नीतियों के तहत जल-जंगल – जमीन पर कारपोरेट घरानों को देने का लिए झारखंड मोमेंट,वन अधिकार कानून का संशोधन, भूमि अधिग्रहण का संशोधन एवं वर्तमान भाषा नीति प्रस्ताव लाकर लगातार झारखंड वासियों की रोजगार और भविष्य पर कुठाराघात कर रही है और झारखंड नवनिर्माण निर्माण की जल- -जंगल-जमीन-धर्म-संस्कृति-परंपरा की रक्षा के लिए तिलका मांझी, सिद्धू-कान्हू, नीलांबर-पिताबंर, बुधु भगत, टिकैत उमराव सिंह, शेख भिखारी, जीतराम बेदिया, खैरा मांझी, जोगा मांझी,विरसा मुंडा हनी स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों के साथ सरकार विश्वासघात कर रही है और अंग्रेजों की भांति बड़े-बड़े घरानों पुंजीपतियों के लिए जल, जंगल, जमीन, खनिज, भाषा-संस्कृति का हनन कर झारखंड वासियों की जीवन- दशा, भविष्य की तबाही और बर्बादी का जिम्मेवार है। इसके विरोध में आदिवासी संघर्ष मोर्चा और इंकलाबी नौजवान सभा आयशा के नेतृत्व में आने वाले दिनों में बड़े स्तर पर आंदोलन खड़ा करने का आह्वान किया गया।