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राज्यपाल रमेश बैस ने सपरिवार की मां छिन्नमस्तिका की पूजा अर्चना

मंदिर क्षेत्र की खूबसूरती का लिया आनंद

हमारे देश में माता को सर्वोच्च स्थान मिला है: रमेश बैस

राज्यपाल ने कहा, झारखंड के विकास,जनता की सुख समृद्धि और भलाई के लिए मन्नत मांगा

रजरप्पा(रामगढ)झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस सपरिवार प्रसिद्ध सिद्ध पीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर पूजा अर्चना करने बुधवार के अपराहन 3 बजे के लगभग पहुंचे। इसके बाद उन्होंने सपरिवार मंदिर क्षेत्र की खूबसूरत वादियों का आनंद लिया। राज्यपाल के साथ पत्नी, पुत्र, पुत्रवघू, पोता सहित अन्य सदस्य शामिल थे। राज्यपाल के रजरप्पा पहुंचने पर सर्वप्रथम रामगढ़ जिला पुलिस बल के सार्जेंट मेजर मंसू गोप के नेतृत्व में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राज्यपाल रमेश बैस सर्वप्रथम मां छिन्मस्तिका की पूजा अर्चना किया।

राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि झारखंड में मेरे आये 6 माह हो गया है, लेकिन ऐसा संयोग ही नहीं बन रहा था कि मैं माता का दर्शन करने आऊं। आज माता का बुलावा आया और मैं माता का दर्शन करने पहुंच गया हूं। उन्होंने कहा कि हमारा देश इसलिए जाना जाता है कि हमारे देश में शक्ति की पूजा होती है। शक्ति से ही हमारा देश चलता है। हमारा धर्म चलता है। हमारे देश में माता को सर्वोच्च स्थान मिला है।

उन्होंने कहा कि अगर आप देश में देवी की पूजा कहीं भी करने जाएं तो देखेंगे कि माता जमीन पर नहीं बल्कि ऊंचाई के पर्वत पर विराजमान होती हैं। उन्होंने कहा कि मैंने मां की पूजा अर्चना कर प्रदेश की भलाई विकास जनता की सुख सुविधा के लिए माता से मन्नत किया है। मुझे विश्वास है कि माता झारखंड प्रदेश का अच्छा करेंगी।

राज्यपाल के कार्यक्रम को लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। चितरपुर से लेकर रजरप्पा मंदिर तक जंगल इलाके में पैंथर मोबाइल के सशस्त्र पुलिस कर्मी तैनात थे। वही मंदिर परिसर क्षेत्र में जिला के पुलिस अधीक्षक,डीडीसी, एसडीपीओ, एसडीओ सहित बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद थे।

राज्यपाल के मंदिर पहुंचने पर जिला के डीडीसी और पुलिस अधीक्षक ने बुके प्रदान कर स्वागत किया। वही मंदिर में राज्यपाल को पुजारियों ने विधि सम्मत पूजा अर्चना कराया। मंदिर के पुजारी असीम पंडा,शुभाशीष पंडा सहित अन्य राज्यपाल का विधि सम्मत पूजा करया। वही रजरप्पा मंदिर न्यास समिति द्वारा राज्यपाल को मां छिन्नमस्तिका की फोटो प्रतीक चिन्ह के रूप में दी गई।