दोनो दलों के विधायक चुप क्यों
कॉन्ग्रेस और राजद के विधायक भाषा पर जो विवाद हुए है क्या वह सरकार के साथ है या उन के विरुद्ध लोगों को स्पष्ट करें
रांची। अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश सचिव संजय पोद्दार ने कहा सरकार भाषा के आधार पर भेदभाव पैदा कर आपस में लड़कर समाज को बांटना चाहती है झारखंड में कई तरह के भाषा बोलने वाले लोग बरसो से रहते आ रहे हैं सरकार को इस पर गंभीरता पूर्ण विचार कर इसका समाधान निकाला चाहिए किसी भी समाज की मुख्य पहचान उसकी भाषा होती है उसका रीति रिवाज होता है उसी से उस समाज की पहचान होती है जिस तरह से प्रदेश में भोजपुरी ,मगही, तथा मैथिली भाषा का विरोध किया जा रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्य की झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, और राजद, की सरकार आदिवासी समाज, गरीब लोग के साथ स्थानीय लोगों को भाषा के आधार पर भेदभाव पैदा कर आपस में बाट कर लोगों में नफरत की भावना पैदा की जा रही है जो स्वस्थ राजनीति के लिए शुभ संकेत नहीं है कहीं सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए तो नहीं लोगों को उलझा रही है कॉन्ग्रेस राजद को इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए राज्य में बोले जाने वाली सभी भाषा बोलने वाले लोगों का सम्मान होना चाहिए यह सरकार का कर्तव्य भी बनता है क्योंकि सभी भाषा की अपनी संस्कृति अपना गरिमा है।
सम्मेलन राज्य सरकार से मांग करती है कि जल्द से जल्द इस समस्या का निराकरण करें ताकि राज्य की जनता आपसी भाईचारे और सौहार्दपूर्ण वातावरण में अमन चैन से रह सके।