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परवल की उन्नत खेती कर आय बढ़ाने का गुर सिखा रहे प्रवीण

दूर- दराज के किसान बड़कगांव आकर ले रहे जानकारी

बड़कगांव संवाददाता

अन्नदाता किसानों की भूमिका भारत की उन्नति में हमेशा से सर्वोपरि रही है। लागत और मेहनत पर अच्छा मुनाफा न मिलने से किसान कई तरह की परेशानियों में पड़ जाते हैं। बड़कगांव के प्रवीण कुमार कृषि के क्षेत्र के ऐसे जानकार हैं जो खुद उन्नत तरीके से परवल की खेती कर रहे हैं,  साथ  ही दूसरे किसानों को भी जानकारी देते आ रहे हैं। जिससे बदलते परिवेश में कृषि की उन्नत तकनीक की जानकारी से किसान न सिर्फ उत्पादन बढ़ा सकें, बल्कि बेहतर मुनाफा भी कमा सके।

परवल की खेती कैसे करें, उत्पादन कैसे बढ़ाये और फसल को प्रभावित करनेवाली समस्याओं से कैसे निबटा जाए, इन्हीं सवालों का जवाब जानने इन दिनों दूर दराज के किसान बड़कगांव के प्रवीण कुमार के पास पहुंच रहे हैं।
इधर, बृहस्पतिवार को बरकट्ठा और टाटीझरिया से दर्जनों किसान ने बड़कगांव में प्रवीण कुमार से कई जानकारी ली। जानकारी देने के साथ प्रवीण कुमार ने किसानों को तकरीबन 400 पौधे भी दिये। किसानों में सुरेश राम, दुर्गा सिंह,  सुरेंद्र किसकु,  रोबिन कुमार, ईश्वर दयाल महतो, राहुल कुमा, बाबू राम मांझी, फागु मुर्मू, लालजी सोरेन सोबरन बास्के, अशोक मुंडा, विजय सिंह, महेश मांझी, अजीत मुर्मू, प्रसादी सिंह, बबुनी सिंह, बोधी सिंह, बाबूलाल मांझी के अलावा दर्जनों किसान मौजूद थे।

प्रवीण बताते हैं कि परवल कद्दुवर्गीय फसल है। हांलाकि झारखंड की जलवायु परवल के उत्पादन के अनुकूल नहीं है, लेकिन बाजार में परवल की मांग हमेेेशा रहती है। परवल खाने में काफी पसंद किया जानेवाला सब्जी है। यह विटामिन से भरपूर भी होता है। बताते हैं कि किसानों को सही किस्म के बीज, मिट्टी की तैयारी, सिंचाई सहित फसल में लगनेवाली सामान्य बिमारियों की सही जानकारी हो और खेती में जरूरी सावधानियां बरती जाए तो किसान परवल की बेहतर खेती कर सकते हैं।