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25 हजार करोड़ राजस्व देने वाले झारखंड में खुले रेलवे का क्षेत्रीय कार्यालय 

  • लोकसभा में सांसद संजय सेठ का सरकार से आग्रह
  • दक्षिण पूर्व पश्चिम रेलवे के नाम से क्षेत्रीय मुख्यालय के गठन का आग्रह

रांची।आज लोकसभा में नियम 377 के तहत सांसद संजय सेठ ने झारखंड में रेलवे का क्षेत्रीय मुख्यालय खोलने की मांग सरकार के समक्ष रखा। सदन में सांसद ने कहा कि झारखंड के निकटवर्ती राज्यों उड़ीसा, बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश आदि में रेलवे का क्षेत्रीय मुख्यालय है। जो अपने क्षेत्र में रेलवे को विकसित करने और बेहतर यात्री सुविधाओं के लिए कार्यरत है। उन्होंने कहा कि यहां तक कि जब तेलंगाना नया राज्य बना तो रेलवे द्वारा साउथ कोस्ट क्षेत्रीय मुख्यालय का गठन भी कर दिया गया परंतु झारखंड गठन को 20 साल से अधिक समय होने के बावजूद झारखंड में आज भी रेलवे का क्षेत्रीय कार्यालय नहीं है।
श्री सेठ ने कहा कि 255 छोटे बड़े रेलवे स्टेशन के माध्यम से सालाना 25 हजार करोड रुपए से अधिक राजस्व झारखण्ड देता है। यह देश के कुल राजस्व में राज्य के बड़ा योगदान है। यहां क्षेत्रीय मुख्यालय नहीं होने के कारण जनहित के कई कार्य प्रभावित होते हैं।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि झारखंड में दक्षिण पूर्व पश्चिम रेलवे का नाम देकर, एक क्षेत्रीय मुख्यालय का गठन किया जाए और यह समय की आवश्यकता भी है।
श्री सेठ ने कहा कि 1956 में ही दक्षिण पूर्व रेलवे का गठन हुआ, तब से अब तक कई चीजें बदली हैं। इसलिए मेरा निवेदन है कि आजादी के 75 साल बाद जब हम अमृत महोत्सव बना रहे हैं तो ऐसे अवसर पर रेल मंत्रालय झारखंड को रेलवे का क्षेत्रीय मुख्यालय सौगात में देने का काम करे ताकि झारखंड में रेल की रफ्तार को और भी गति मिल सके।