कहा, व्यवसायियों का भयादोहन बंद करे नगर निगम व सरकार
रांची।अपर बाजार सहित रांची के विभिन्न स्थानों से व्यवसायियों को हटाने और उन्हें बार-बार बेवजह परेशान करने के मामले में रांची के सांसद संजय सेठ ने राज्य सरकार की कार्रवाई पर कड़ी आपत्ति जताई है।
सांसद श्री सेठ ने कहा है कि अपर बाजार के व्यवसायिक प्रतिष्ठान तब से है।जब नगर निगम का कोई अस्तित्व नहीं था। रांची एक छोटा सा शहर हुआ करता था। समय के साथ आबादी बढ़ी तो स्वाभाविक रूप से भीड़ भी बढ़ी है। बाजार भी बढ़ा है। इन सब परिस्थितियों के साथ तालमेल बिठाकर समाधान निकालने की बजाय, नगर निगम से जुड़े अधिकारी और सरकार के लोग व्यवसायियों का भयादोहन कर रहे हैं। ऐसी हरकत कर रहे हैं, जिससे व्यवसायियों में दहशत हो। आश्चर्य इस बात का लगता है
कि इन्हें थोड़ा सा भी एहसास नहीं है कि इनकी इन हरकतों से न सिर्फ व्यवसाय प्रभावित होगा बल्कि आम जनता भी दहशत में होगी।
श्री सेठ ने कहा कि व्यवसाय आर्थिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र होता है और राज्य सरकार और नगर निगम दोनों ही व्यवसाय और व्यवसायियों का भयादोहन कर रही है। उनमें दहशत पैदा कर रही है। ऐसी परिस्थिति में राज्य की आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होंगी। यह बात इस सरकार को समझनी चाहिए कि व्यवसायी आर्थिक गतिविधियों के केंद्र होते हैं और व्यवसायियों की समस्या सिर्फ व्यवसायियों की समस्या नहीं होती है, यह जनता की भी समस्या होती है। बावजूद इसके अपर बाजार में कभी सेवा सदन, कभी किसी व्यवसाय क्षेत्र को हटाने, उसे सील करने, उसे तोड़ने जैसी अनर्गल बातें की जाती है। बेहतर होता कि यह प्रशासनिक लोग व्यवसायियों को उसके साथ बैठकर और इस समस्या का समाधान निकालने की दिशा में काम करें। आखिर कब तक व्यवसायियों को इस तरह डराया जाता रहेगा।
कभी मोराबादी से हटा दिया जाता है ठेले वालों को, कभी अपर बाजार के व्यवसायियों को डराया जाता है। डराने और हटाने का खेल बंद होना चाहिए। सरकार को चाहिए कि उनके साथ समन्वय बनाए ताकि व्यवसायिक गतिविधियां भी चलें आम जनता को परेशानी भी नहीं हो। राज्य विशेष रूप से रांची की जो छवि देशभर में खराब हो रही है, वह अच्छी हो सके।