चार साल से हो रही मांग पर अबतक पहल नहीं
भुरकुंडा (रामगढ़) : कुरसे गांव के महादेव मंदिर के समीप सोमवार को सीसीएल विस्थापित ग्रामीणों की बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता पूर्व मुखिया रामदास बेदिया और संचालन विरेंद्र यादव ने किया। बैठक में रेलवे ओवरब्रिज की मांग को लेेेकर चर्चा की गई। बताया गया कि रेल लाइन जमीन के लेवल से नीचे है। ब्रिज नहीं होने से लोगों को आनेजाने में परेशानी होती है। मामले को लेकर रेलवे, राज्य सरकार, सांसद जयंत सिन्हा को भी समस्या से अवगत कराते हुए अपील की गई थी। लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व तात्कालीन डीसी राजेश्वरी बी से भी ब्रिज निर्माण की मांग को लेकर आवेदन दिया गया था। इधर, 27 दिसंबर 2021को सीसीएल द्वारा ऑफिसर्स क्लब में पर्यावरण को लेकर बुलाई गई जनसुनवाई के दौरान प्रबंधन को 12 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया था। जिसमें ब्रिज निर्माण की मांग रखी गई थी। आश्वासन के बावजूद इस दिशा में पहल नहीं की गई। कहा गया कि ग्रामीण डीएमएफटी फंंड से ब्रिज निर्माण को लेकर जल्द रामगढ़ डीसी को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
इस संबंध में पूर्व मुखिया रामदास बेदिया ने बताया कि बीते चार वर्ष से ग्रामीण यह मांग करते आ रहे हैं। लेकिन अबतक कहीं से कोई पहल नहीं की गई है। फोरलेन से सटे कुरसे गांव में हजारों की आबादी है, लेकिन रेलवे लाइन के कारण आवागमन की सुविधा नहीं है। फोरलेन से गांव आने जाने वाले दु-पहिया वाहन चालकों को काफी कठिनाई होती है। जबकि गांव में चार पहिया वाहन जाने के लिए देवरिया के रास्ते तकरीबन चार किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है। पूर्व मुखिया ने कहा कि आज मामले में सीसीएल बरकासयाल के महाप्रबंधक अमरेश कुमार सिंह से फोन पर बात हुई। उन्होंने हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है।
बैठक में राणा प्रताप सिंह, फुलेशर राम, हरिचरण करमाली , लोकनाथ करमाली, परमवीर सिंह, जनार्दन मुंडा, राजकुमार साहु, सन्नी सिंह, रामेश्वर यादव, शशि तुरी, शंकर मुंडा, रामजन्म यादव, बिलास सिंह, कमलनाथ मुंडा, दीपक सिंह, मनोहर करमाली , निरंजन सिंह, धर्मनाथ तुरी, संतोष मुंडा, खेद मुंडा सहित अन्य शामिल थे।