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पहाड़ लीज की बात सुनकर ग्रामीण हुए उग्र, किया विरोध प्रदर्शन

मेदिनीनगर: पांकी प्रखंड के आसेहार गांव के ग्रामीण लीज की बात सुन कर उग्र हो गए।आसेहार पंचायत में पहले से ही दो माइंस संचालित है।एक दो छोटे पहाड़ गांव में मवेशी चरागाह के रूप में मौजूद है। उसे भी बाहर से कुछ लोग लीज कराने के उद्देश्य से जांच पड़ताल कर रहे थे। जानवर चरा रहे कुछ ग्रामीण की नजर उनकी गाड़ी पर पड़ी। पास जाकर उन्होंने पूछा कि आप लोग कौन है और क्या कर रहे हैं। इस पर बाहर से आए लोगों ने कहा कि हम लोग इस पहाड़ को लीज कराने आए हैं।यह पहाड़ हमारा है हम सरकार के आदमी हैं। बहुत जल्द ही लीज हो जाएगा।जिसका जिसका भी मकान इस पहाड़ के नीचे है वे सब लोग मकान खाली कर दो। और यहां से भाग जाओ।यह बात धीरे-धीरे गांव में सारे लोगों के बीच फैल गई।और सभी गांव के लोग आक्रोशित हुए और पहाड़ के नजदीक वाली बस्ती भैरव टोला में शाम को हजारों की संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। और जुलूस की शक्ल में मेन रोड होते हुए माइंस तक जाकर विरोध प्रदर्शन किया। और दोनों माइंस की काम को ठप करा दिया।ग्रामीणों ने माइंस संचालक से बात कर माइंस बंद रखने की बात कही।भविष्य में किसी भी पहाड़ को लीज नहीं होने देने का संकल्प लिया।आप पार्टी के कौशल किशोर बच्चन आंदोलन में शामिल हुए।उन्होंने कहा की एक तरफ सरकार जल जंगल जमीन को बचाने का नारा देती है। और दूसरी तरफ पूंजीपतियों के हाथों पहाड़ व जंगल को बेचने का काम कर रही हैं। यह सरासर गलत कर रही है। नदी पहाड़ ही गांव की एकमात्र संपत्ति है। जिसे किसी कीमत पर बिकने नहीं देंगे। इस आंदोलन में हम भी ग्रामीण जनता के साथ हैं। चाहे जान भी क्यों न देना पड़े किसी कीमत पर पहाड़ लीज नहीं होने देंगे। इस गांव की सुंदरता इस पहाड़ से ही झलकती है। यह पहाड़ मवेशियों के चरागाह का एक मात्र साधन है। लोग टहलने मन बहलाने के लिए भी इस पहाड़ में घूमने फिरने जाते हैं। प्राकृतिक रूप से मेरा गांव काफी सुंदर है, कुछ लोग इसे खराब करना चाहते हैं यह कतई नहीं होने देंगे। पर्यटन के रूप में हमारा गांव काफी सुंदर है।उन्होंने कहा कि सरकार सुंदरीकरण कर पहाड़ पर पर्यटन के लिए पार्क विकसित करने के साथ-साथ मनोरंजन के लिए अच्छा साधन की ब्यवस्था करे।
ग्रामीण मुखिया देव सागर राम ने कहा कि पहाड़ लीज होने से हमारे गांव को कोई फायदा नहीं है।पाँच साल से कुछ पहाड़ लीज पर है।अभी तक हमारे गांव में कोई भी विकास का काम नहीं हुआ। सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है ।रॉयल्टी का जो पैसा कटा है।उसे गांव में विकास का काम होगा लेकिन यह सिर्फ सुनने और कहने की बात रह गई है।पहाड़ की रॉयल्टी का पैसा का एक नया पैसा का भी काम हमारे गांव में नहीं हुआ है। स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सतीश कुमार ने कहा कि दिन-रात माइंस में काम होने के कारण बच्चों के शिक्षा पर भी बुरा असर पड़ रहा हैं ।दिन रात ठक ठक की आवाज से पढ़ाई में काफी परेशानी होती है।पंचायत समिति सदस्य सरिता देवी ने कहा कि माइंस की ब्लास्टिंग से मकान में दरारे पड़ गई। गांव की मकानों का लाइफ कम हो गया है। दिन रात डस्ट उड़ने से स्वास्थ पर भी बुरा हाल पड़ता है।
बिरोध प्रदर्शन में शामिल सतीश कुमार ,एकराम अंसारी, आलमतब अंसारी ,सरिता देवी, वासुदेव रवी, राजदेव रवी ,मिथिलेश गिरी, अरविंद गुप्ता ,संजय गुप्ता ,अक्षय कुमार ,नीरज कुमार, प्रवेश मोची, मंटू प्रसाद, सुरति कुंवर ,सुनीता देवी, मीना देवी, कलावती देवी ,बौधी देवी ,धनो देवी ,किस्मतीया देवी ,रुपनी देवी, शांति देवी ,सोहराई भूईया ,राजेंद्र भूईया ,कमेश भूईया ,उमेश भूईया, राजन कुमार, बिर भूईया, रामजन्म भूईया ,अजय भूईया समेत काफी सख्या में ग्रामीण शामील थे।