मनरेगा योजनाओं में हुआ भारी घोटाला
घोटालेबाजों पर सरकार करवाई करें : विधायक शशिभूषण मेहता
मेदिनीनगर: कोरोना महामारी के दौर में सरकार ने गरीब, मजदूर लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए मनरेगा योजनाओं को गांव स्तर पर उतार कर लोगों को रोजगार मुहैया कराने का निर्देश झारखंड राज्य के सभी जिला अधिकारियों को दिया गया था। ताकि लोग रोजगार के अभाव में भटके नहीं। लेकिन सरकार की योजनाओं पर पानी फेरते हुए पाकी प्रखंड में वी डी ओ के देख-रेख में मनरेगा योजनाओं में लूट मची हुई है। मनरेगा की योजना को कागजी योजना बनाकर घोटाला करने की योजना पाकी प्रखंड में संचालित की जा रही है। इसका खुलासा करते हुए पाकी विधायक डॉ शशि भूषण मेहता ने परिसदन भवन में प्रेस वार्ता कर किया। उन्होंने कहा कि प्रखंड के ग्राम बरैया में मंदिर चौक से लालीमाटी गैस गोदाम तक दो किलोमीटर पथ का मिट्टी मोरम से निर्माण कार्य मेरे निजी खर्च पर कराया गया। तब इस पथ का स्वीकृति मनरेगा से दिए जाने की बात की चर्चा होने लगी। उन्होंने कहा कि जब इसकी गहराई में गया तो पता चला कि चार लाख97हजार रुपए की लागत से योजना को स्वीकृति प्रदान किया गया।विधायक ने कहा कि इस मद में 82हजार रुपये की निकासी कर ली गई है।जबकि ग्राम डंडार कला मैं सोनरे नदी से लेकर संतोषी मोची के घर से महेंद्र मोची के घर तक मिट्टी मोरम पथ का निर्माण कार्य धरातल पर किए बिना ही कागजी प्रक्रिया कर 1164 रुपए की अवैध निकासी की गई है।विधायक श्री मेहता ने कहा कि प्रखंड में यदि किसी भी विकास योजनाओं में घोटाला की जा रही हो तो वह प्रखंड विकास पदाधिकारी के संज्ञान में रहता है। बिना वी डी ओ के मिलीभगत से किसी भी योजना में घोटाला संभव नहीं है ।उन्होंने कहा कि वी डी ओ भी संदेह के घेरे में हैं। प्रखंड के कनिया अभियंता एवं रोजगार सेवक वी डी ओ। के सह पर भ्रष्ट तरीके से वित्तीय निकासी करने का दुस्साहस कर रहे हैं।जिसमें वी डी ओ की संलिप्तता दर्शाता है। विधायक ने कहा कि प्रखंड का अभी मात्र दो योजना का ही खुलासा किया गया है। यदि विगत दो वर्षों में मनरेगा योजना की जांच सही तरीके से कराया जाए तो करोड़ों रुपए का घोटाला सामने आएगा।वहीं दूसरी ओर सैकड़ों योजनाएं कागज पर ही पूर्ण दिखाई देगा। जबकि धरातल पर देखने को कुछ और ही मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि पाकी प्रखंड में विकास योजनाओं की जांच उच्च स्तरीय तरीके से कराया जाए। साथ ही साथ घोटाला में संलिप्त पदाधिकारी, कनीय अभियंता,रोजगार सेवक को बर्खास्त किया जाए।तथा संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मचारियों को अविलंब हस्तांतरित किया जाए। ताकि जांच सही तरीके से पूरा हो सके। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर इस पर कार्रवाई करने की मांग की जाएगी । प्रेस वार्ता में वचन ठाकुर ,रंजय कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।