रामगढ़। जिला पेंशनर कल्याण समाज के जिला कार्यालय अनुमंडल परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के74 वें पुण्यतिथि तिथि के अवसर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्व प्रथम गाँधी जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया. श्रद्धांजलि सभा का प्रारम्भ गाँधी जी के प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम भजन दिलीप साहा के साथ सामूहिक रूप से गा कर की गई. इसके पश्चात जिला अध्यक्ष आशुतोष कुमार सिंह ने श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि 30 जनवरी 1948 शाम को एक सिर फिरे नें प्रार्थना सभा में राष्ट्रपिता की हत्या कर दी भारत के साथ साथ सारा विश्व शोक में डूब गया.इस ह्रदय विदारक समाचार को सुन कर विश्व विख्यात वैज्ञानिक अलवर्ट आइंस्टाइन नें कहा कि आनेवाली पीढ़ियां इस पर मुश्किल से विश्वास करेगी कि ऐसा हाड़ मांस का चलता फिरता आदमी भी कभी धरती पर हुआ था. “हाड़ मांस के गाँधी जी तो हत्यारे की गोली से मर गए, परन्तु ‘गाँधी ‘ विचार धारा के रूप मे और ताकतवर हो कर विश्व में उभरी है. आज विश्व में किसी भी समस्या का समाधान गाँधी के विचार धारा के माध्यम से ढूंढा जाता है. डॉ निर्मल बनर्जी नें सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि गाँधी राजनीतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, दार्शनिक, समाज सुधारक, अर्थशास्त्री और क्रन्तिकारी हैं श्री वृन्दावन सिंह, छोटू लाल मोदी, दिलीप साहा, नरेश साहू कुंजलाल करमाली तथा माननारायण सिंह नें गाँधी जी के दर्शन और विचारधारा पर प्रकाश डाले. श्रद्धांजलि सभा के अंत में एक मिनट का मौन रखा गया. श्रद्धांजलि सभा समापन की घोषणा दिलीप साहा ने की।