● मामला रामगढ़ जिले के भदानीनगर ओपी का
● हेलमेट चेकिंग दौरान ऑनलाइन चालान को लेकर हुआ था विवाद
● युवकों के परिजनों ने पुलिस पर लगाये गंभीर आरोप
● पुलिस के उच्चाधिकारियों से शिकायत की कही बात
भुरकुंडा (रामगढ़) : बीते 17 जनवरी को भदानीनगर ओपी के समीप हेलमेट चेकिंग के दौरान दो युवकों और पुलिस के बीच गहमागहमी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले को लेकर युवकों के परिजनों ने भदानीनगर ओपी पुलिस पर हिरासत के दौरान दोनों युवकों को अमानवीय रूप से गंभीर यातना देने का आरोप लगाया है। इधर युवकों से मामले की जानकारी लेेेने के बाद बुधवार को बड़कगांव से भुरकुंडा पहुंचे परिजनों ने मामले को लेकर मीडिया में अपनी बात रखी।
युवक के भाई दीपक रजक ने कहा कि घर में बहन की शादी है। जिसे लेकर दोनों भाई गोला जाने के लिए निकले थे। पता चला है कि हेलमेट चेकिंग के दौरान दोनों युवकों को पकड़ लिया गया। युवकों के पास ड्राईविंग लाइसेंस, गाड़ी के कागजात और हेलमेट भी था। लेकिन उन्होंने पहना नहीं था। भदानीनगर ओपी के समीप हेलमेट चेकिंग के दौरान उनका बाईक रूकवाकर चाभी निकाल लिया गया। जिसका युवकों ने विरोध किया। जिसपर गाली गलौज करते हुए उनसे मोटी रकम मांगी गई। जिसपर युवकों ने कहा कि उनके पास पैसे नहीं है। ऑनलाइन चालान काट दिया जाए जिसकी भरपाई कर लेंगे। इसपर ट्रैफिक अधिकारी से विवाद होने लगा। युवक मोबाईल से यह सब रिकॉर्ड करने लगे तो उनका मोबाईल फेंककर तोड़ दिया गया। इसके बाद ओपी प्रभारी और उनके साथी आए और बच्चों को पकड़कर ओपी के अंदर ले गये। जहां 10-10 लोगों ने मिलकर नाबालिग बच्चों को सरिया और बंदूक के बट्ट से मारा। ऐसी मारपीट किसी क्रिमिनल के साथ भी नहीं होता है।
यातना की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि बिना गार्जियन को सूचना दिये आननफानन में दोनों युवकों को जेल भेज दिया गया। रात नौ बजे सूचना दी गई कि युवक कस्टडी में है। सुबह भदानीनगर ओपी पहुंचे तो ओपी प्रभारी सोनू कुमार ने कहा कि लड़के उदंड थे, इसलिए जेल भेज दिया गया। जेल पहुंचे तो बताया गया कि कोविड टेस्ट के लिए भेजा गया है। वहां से सदर अस्पताल पहुंचे तो भाईयों की स्थिति देख उनके साथ हुई पुलिसिया बर्बरता देखने को मिली।
परिजनों ने मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से करने की बात कही है। बताते चलें कि बीते 17 दिसंबर को बड़कगांव निवासी विक्की रजक और अभिषेक रजक को भदानीनगर में हेलमेट चेकिंग के दौरान सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और ऑन ड्यूटी पुलिस से बदतमीजी के आरोप में हिरासत में लिया गया और प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजा गया है।