मेदिनीनगर : भाकपा माले अखिल भारतीय किसान महासभा, इंकलाबी नौजवान सभा,ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन एवं प्रखंड कमिटी ने झारखंड के जननायक जननेता पूर्व विधायक शहीद कॉमरेड महेंद्र सिंह की 18वां शहादत दिवस पर संकल्प सभा का आयोजन किया। जिसकी अध्यक्षता द्वारिका विश्वकर्मा एंव संचालन कमेश सिंह चेरो ने किया। संकल्प सभा मे कई मुद्दों पर संकल्प लिया गया।उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोआ और मणिपुर के आगामी चुनावों में वहां की जनता से अपील करते हैं।कि वे सर्वनाशी भाजपा को एक भी सीट जीतने न दें ।ताकि इस देश की कॉरपोरेटी,संघी, फासीवादी तबाही की साजिश को नाकाम किया जा सके।मोदी सरकार की जनविरोधी, मजदूर विरोधी और देश विरोधी नीतियों के खिलाफ आगामी 23-24 फरवरी को घोषित देश व्यापी हड़ताल का पुरजोर समर्थन करते हैं। और इसे सफल करने के लिए सड़कों पर उतरेगे।फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून मजदूर विरोधी श्रमकोड की वापसी, आफस्पा की वापसी और यूएपीए, देशद्रोह एवं अन्य झूठे मुकदमों में गिरफ्तार मानवाधिकार कार्यकर्ताओं एवं राजनीतिक आंदोलनकारियों की अविलंब रिहाई के लिए चल रहे आंदोलनों के साथ हम सभी खड़े हैं ।और इन्हें मजबूत करने के लिए आगे बढ़ेंगे। राज्य में जारी मॉब लींचिंग और पुलिसिया दमन का हम विरोध करते हैं। और हेमंत सरकार इन पर सख्ती से लगाम लगाए।झारखंड में रोजगार के लिए तमाम रिक्तियों को भरने और नियुक्तियां शुरू करने की हम मांग करते हैं। झारखंडियों के हित में हेमंत सरकार से नयी स्थानीय नीति और युवा नीति की घोषणा करने की मांग करते हैं।इन मुद्दों को लेकर विधानसभा सत्र में राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे।
सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में प्राप्त आवेदनों का सरकार द्वारा त्वरित निष्पादन किया जाय। और इसे सार्वजनिक किया जाय।जन वितरण प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार और जनता के अनाज के गबन का पुरजोर विरोध करते हैं ।और इसके लिए हम जिला स्तरों पर आंदोलन तेज करेंगे। खाता धारकों की जमीन का सरकार बिना भ्रष्टाचार के ऑनलाइन में जारी कर रसीद निर्गत करे। और गैरमजरुआ जमीन का रसीद काटना चालू करे।मोदी सरकार द्वारा सार्वजनिक उद्योग सेवा और अधिसंरचनात्मक संपत्तियों को मौद्रीकरण के नाम बेचने की घोषणा का पुरजोर विरोध करते हैं। झारखंड सरकार से मांग करते हैं कि वह झारखंड के हित में केंद्र सरकार की इस नीति का विरोध करे।इस नीति के विरोध में अपने संघर्षों को तेज करेंगे।पारा शिक्षक समेत तमाम अनुबंधकर्मियों के स्थायीकरण और उचित वेतनमान की मांगों का समर्थन करते हैं।सरकारी विद्यालय में कार्यरत रसोइयों के आंदोलन का समर्थन करते हैं। सहिया और स्वास्थ्य सहिया की मांगों जायज हैं।सरकार से मांग करते हैं कि अनुबंधकर्मियों की मांगों के अनुरूप कदम उठाकर इसकी घोषणा करे। जल, जंगल और जमीन पर अपने अधिकारों के लिए चल रहे आदिवासी आंदोलनों का समर्थन करते हैं ।और उन पर कॉरपोरेट प्रायोजित सरकारी एवं निहित स्वार्थी तत्वों के हमलों का विरोध करते हैं। राज्य में संविधान की पांचवीं अनुसूची को सख्ती से लागू करने की मांग करते हैं। खूंटी समेत तमाम जिलों में ड्रोन सर्वे का विरोध करते हैं ।और प्रोपर्टी कार्ड योजना को वापस लेने की मांग करते हैं। और इसके लिए व्यापक आंदोलन करेंगे।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव आरएन सिंह ने कहा कि शहीद महेंद्र सिंह झारखंड विधानसभा के एक मुखर आवाज थे। उन्होंने जल,जंगल,जमीन बचाने के लिए हमेशा संघर्ष किया। मजदूर,किसानों,छात्र,नौजवानों के लिए सड़क से सदन तक हमेशा आवाज उठाते थे। विधायक,मंत्रियों के वेतन बढ़ने पर हमेशा विरोध करते थे। सम्मानजनक रोजगार के लिए और सामंती लोगो के खिलाफ हमेशा विधानसभा में लड़े। लेकिन उस समय के सामंती विचारधारा की सरकार ने 2005 में उनकी हत्या करवा दी थी। अगर आज महेंद्र सिंह होते तो झारखंड की तस्वीर ही अलग होती। झारखंड में मजदूर किसान की राज होती। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के जिलाध्यक्ष प्रदीप विश्वकर्मा ने कहा कि महेंद्र की शहादत हम भूले नही है। आज भी पार्टी सामंती ताकतों के खिलाफ आंदोलनरत है। जिस तरह से किसान आंदोलन ने मोदी सरकार की घमंड को चूर चूर कर दिया। उसी प्रकार झारखंड में कॉर्पोरेट सामंती ताकतों के खिलाफ मोर्चा के साथ यंहा के सरकार को भी घमंड तोड़ेगी। पार्टी तमाम नेताओ के शहादत को भूली नही है। झारखंड के युवा महेंद्र सिंह के राह पर चलने के लिए कमर कस लिया है। महेंद्र सिंह के दहाड़ से पूरा झारखंड विधानसभा उस समय के बिहार विधानसभा गूंजता था। उसी प्रकार आज हमारे साथी विधायक विनोद सिंह पूरे विधानसभा में अपनी आवाज को कायम रखे है। छात्र-युवा आज महेंद्र सिंह के विचारधारा को अपनाते हुए झारखंड में भी आंदोलन को तेज करने का प्रयास किया है।बैठक को इनौस के जिला सचिव पवन विश्वकर्मा,सुरेंद्र पासवान, बलराम राम,अखिलेश यादव,आइसा के पूर्व जिला सचिव सह राष्ट्रीय परिषद सदस्य रंजीत कुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष ममता कुमारी,कंचन कुमार,राजनाथ भुइयां, रामपति राम,झारखंड क्रांति मंच के राजा बाबू,समीम अख्तर आदि ने भी सम्बोधित किया।