एफआईआर दर्ज होने के बावजूद दलित महिला को नहीं मिला न्याय

दलित महिला ने आत्मदाह का दिया था अल्टीमेटम

रामगढ़। एसटी-एससी थाना रामगढ़ में दिए आवेदन पर कार्यवाही न होने के कारण उस पीड़िता ने 15 जनवरी को सपरिवार “आत्मदाह” का अल्टीमेटम प्रशासन को दिया था।
जिसे भाजपा के पूर्व विधासभा प्रभारी सह सांसद प्रतिनिधि रणंजय कुमार उर्फ कुंटु बाबू के प्रयासों से हजारीबाग लोकसभा के सांसद जयंत सिन्हा ने दूरभाष पर पीड़िता को बात करवाकर कार्यवाही के आश्वासन के बाद रोका गया।
पीड़ित महिला और उसकी बेटियों ने बताया की एसटी-एससी थाना में केस दर्ज होने के बाद इतने दिनो तक आरोपी पर कार्यवाही न होना। किसी से मदद नहीं मिलने के कारण मैं पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने को तैयार थी। पर कुंटु बाबू के आश्वासन और जयंत सिन्हा के प्रयासों के बाद मुझे न्याय मिलने का विश्वास हुआ है। इनके द्वारा उच्च अधिकारियों से वार्तालाप सुनने के बाद अब न्याय मिलने की उम्मीद जागी है।वहीं कुंटु बाबू ने अपने बयान में कहा है की किसी भी गरीब अथवा दलित महिला को प्रताड़ित किया जाना गलत है। प्रशासन को चाहिए की दर्ज हुए केस पर उचित जांच करते हुए कार्यवाही की जाए। जिससे आम जनमानस में पुलिस अथवा प्रशासन के प्रति सम्मान की भावना पैदा हो।
रणंजय कुमार के आवासीय कार्यालय में हुए प्रेस कांफ्रेंस में पीड़ित महिला के साथ उनकी दोनों बेटियां सुमन प्रसाद,ज्योति प्रसाद एवं महिला का पति जय प्रसाद भी उपस्थित थे।

 

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