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उरीमारी परियोजना में  मैनुअल लोडिंग के साथ लोकल सेल पुन: चालू

लोकल सेल चालू होने और मैनुअल लोडिंग से क्षेत्र के मजदूर परिवारों में खुशी की लहर : राजू यादव

  • कई माह से बंद था लोकल सेल
  • छ: साल से मशीनों के जरिये हो रहा था लोडिंग

उरीमारी संवाददाता 

उरीमारी परियोजना में कई महीनों से बंद लोकल सेल गुरुवार से पुनः शुरू हो गया। जिसमें विस्थापित ग्रामीण मजदूरों के द्वारा लोकल सेल की गाड़ियों में स्टीम कोयला लदाई का काम शुरू किया गया। यह कार्य लगभग छः वर्षों से उरीमारी में मशीनों के द्वारा किया जा रहा था। मजदूरों ने पुनः लोकल सेल में कोयला की लदाई का काम हाथों द्वारा शुरू होने से मजदूरों में खुशी का माहौल है। मजदूरों ने उरीमारी लोकल सेल संचालन समिति को धन्यवाद देते हुए कहा कि उरीमारी सेल संचालन समिति हमेशा मजदूरों का ध्यान रखती है और उसी का नतीजा है कि उरीमारी में लोकल सेल में कोयला लदाई का काम मजदूरों द्वारा पुनः शुरू किया जा रहा है।

अवसर पर  विस्थापित संघर्ष मोर्चा संरक्षक सह राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ बरका-सयाल के क्षेत्रीय सचिव राजू यादव ने कहा कि विस्थापित ग्रामीण मजदूर वर्षों से लोकल सेल में कोयला लदाई कर अपना जीवन यापन करते आ रहे हैं। लोकल सेल बंद होने से मजदूरों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।

लोकल सेल मैनुअल लोडिंग के साथ आज से चालू हो गया है। मजदूर पुराने दिनों की तरह प्रत्येक गाड़ी की पूरी लदाई का काम अपने हाथों से करेंगे, जिसकी शुरुआत आज से की गई है। इससे क्षेत्र के सैंकड़ों मजदूरों के परिवार में हर्ष का माहौल है। आज उरीमारी क्षेेेत्र के मजदूरों के लिए वाकई बेहद खुशी का दिन है।

मौके पर मुख्य रूप से उपाध्यक्ष कानू मरांडी, सचिव महादेव बेसरा, डॉ जी आर भगत, दशाराम हेम्ब्रोम, जतरू बेसरा, बासुदेव सोरेन, सिगू हेम्ब्रोम, रवि पवरिया, राजेंद्र किस्कू, महेश करमाली, तालो बेसरा, विजय हंसदा, सीतामुनी देवी, गीता देवी, तेतरी देवी, शांति देवी, फुलमनी देवी, रंघनी देवी, विनोद प्रजापति, कुला प्रजापति सहित कई लोग मौजूद थे।