पलामू प्रक्षेत्र के डीआईजी को आवेदन देकर मामले की जांच कराने की मांग किया
पोस्टमार्टम नहीं कराए जाने की मांग को लेकर मृतक के परिजन एवं ग्रामीण हुए गोलबंद
दारोगा के पिता ने हत्या की आशंका जताते हुएसीबीआई जांच की मांग की
मेदिनीनगर: मृतक दरोगा लालजी यादव की पत्नी पूजा देवी, माता महेश्वरी देवी, पिता राम अयोध्या यादव, भाई संजीव यादव, ससुर गोवर्धन यादव सहित मृतक के मामा, सास, बहन, बहनोई आदि लोग लगभग 11 बजे रात में नावा बाजार थाना पहुंचे । शव को देखने के बाद उनके चीत्कार और रोने से पूरा थाना परिसर मातमी हो गया । वहां मौजूद अधिकतर पुलिस अधिकारी और जवानों की आंखें नम हो गई थीं ।
मृतक के पिता राम अयोध्या यादव ने कहा कि मेरा बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता । पलामू एसपी चंदन सिन्हा ने साजिश के तहत इसकी हत्या करवा कर उसे आत्महत्या का रूप दिया है । इलाके के बालू और पत्थर माफियाओं से एसपी और डीटीओ की मिली भगत है । डीटीओ ने बैठकबाजी कर उसे सस्पेंड करवा दिया । इस घटना की सीबीआई जाँच हो ।
एसपी, डीटीओ और जांच करने वाले डीएसपी पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो।परिजन शव को थाना से नहीं निकलने दे रहे थे।काफी मशक्कत के बाद पलामू डीआईजी राजकुमार लकडा ने परिजनों से बात किया।और फिर पंचनामा तैयार करवाकर कर शव को मंगलवार की लगभग रात्रि एक बजे पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीनगर भेजा गया। परिजन सीबीआई जांच के साथ पलामू एसपी चंदन सिन्हा को तत्काल बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे । पलामू डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने कहा कि इस घटना में दोषियों के विरूद्ध उचित कार्रवाई की जाएगी।जांच और कार्रवाई के आश्वासन के बाद परिजन शव को लेने को तैयार हुए। खुदकशी किए हुए कमरे को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सील कर दिया गया है।लालजी यादव के फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेने की जानकारी मिलने के बाद से ही उनके परिजनों के हर सदस्य हैरान-परेशान थे।सभी ने कहा कि इतना हिम्मतवाला और संघर्षशील युवक खुदकुशी कैसे कर सकता है। मृतक के छोटे भाई रामजी यादव, भतीजे विवेक कुमार, बड़े चाचा राम गणेश यादव, राम सिंहासन यादव, रघुवंश प्रसाद यादव, शिव कुमार भगत आदि ने कहा कि इस घटना के लिए जवाबदेह पलामू एसपी, डीटीओ और जांच अधिकारी सुरजीत सिंह हैं।इनलोगों पर हत्या का मुकदमा चलना चाहिए ।वे लोग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग किया कि मामले की जाँच सीबीआई से कराई जाए । ताकि मृतक को इंसाफ मिल सके ।और उगाही करने वाले अधिकारी बेनकाब हो सकें।
15 घंटे के बाद एनएच 98 पर शुरू हुआ परिचालन
पलामू प्रक्षेत्र के डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने परिजनों को संतुष्ट किया कि उनके आवेदन पर कार्रवाई होगी । जाम के दौरान करीब 14 किलोमीटर तक गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी थी । हजारों लोग मंगलवार की सुबह से लेकर आधी रात तक जाम में फंसे रहे ।
मृतक के भाई ने पलामू एसपी, डीटीओ और एसडीपीओ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई के लिए डीआईजी को आवेदन दिया।अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि एसपी पिछले कुछ दिनों से लालजी को प्रताड़ित कर रहे थे। वे मृतक पर अवैध वसूली करने का दबाव डालते थे। ऐसा नहीं करने पर सस्पेंड और हत्या करा देने की धमकी तक देते थे। इसके कारण वह लगातार परेशान रह रहे थे। घर पर जब भी बात करते थे तो हताश रहते थे।
उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि डीटीओ अनवर हुसैन ने जो अवैध गाड़ियों को पकड़ा था।उन गाड़ियों को थाना में रखने से मना कर दिया था। तो उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। उन्हें निलंबन मुक्त करने के लिए 10 लाख रुपए की मांग की जा रही थी । नहीं तो उनकी जगह दूसरे थाना प्रभारी की पोस्टिंग करने की धमकी दी जा रही थी।इधर एम एम सी एच में पोस्टमार्टम नहीं कराने का भी विरोध कर रहे थे।ग्रामीण एवं परिजन।इस मसले पर पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने मीडिया को बताया कि यह आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है। पूरी तरह मोटिवेटेड है। ऐसी कोई बात नहीं थी। सस्पेंड करना
प्रशासनिक मजबूरी थी। वह डीटीओ, एसडीपीओ और यहां तक कि मेरी बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे।जांच में सारी चीजें स्पष्ट हो जाएगीं ।
इधर पलामू सांसद विष्णु दयाल राम और पूर्व सांसद घूरन राम, पूर्व विधायक संजय सिंह यादव, वर्तमान विधायक पुष्पा देवी, शशिभूषण मेहता झारखंड क्रांति मंच के संस्थापक शत्रुघ्न कुमार शत्रु समेत जिले के दर्जनों नेताओं ने बयान जारी कर लालजी यादव के मौत मामले की उच्चस्तरीय अथवा सीबीआई से जांच कराने की मांग की है ।
बुधवार की सुबह लालजी यादव के शव का पोस्टमार्टम मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किया गया । लेकिन परिजन इसे मानने को तैयार नहीं हुए । परिजनों का कहना था कि पोस्टमार्टम रांची रिम्स में कराया जाएगा। इस बात को डीआईजी ने शव उठाने से पहले स्वीकार किया था । फिर यहां पर पोस्टमार्टम क्यों करवाया गया। इसके बाद फिर से पोस्टमार्टम के लिए शव को रांची रिम्स भेजा गया है ।