नावाबाजार के निलंबित थाना प्रभारी लालजी यादव ने किया आत्महत्या

  • ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक एवं डी टी ओ के विरुद्ध किया एनएच 98 जाम
  • सरकारी कार्यों में सहयोग नहीं करने के आरोप में एस पी ने किया था निलंबित 
  • मृतक मानसिक तनाव में या किस कारण आत्महत्या की यह अस्पष्ट नहीं हो पाया है
  • डीआईजी, एसपी समेत पुलिस के आला अधिकारी कर रहे हैं कैम्प
  • मृतक के परिजनों के आने का हो रहा है इन्तेजार

मेदिनीनगर : पलामू जिला के नावाबाजार थाना के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव ने सोमवार की रात्रि में थाना परिसर के अंदर ही अपने क्वार्टर में मफलर से गले में फंदा बनाकर पंखे से झूल कर आत्महत्या कर लिया ।आत्महत्या का स्पष्ट कारण पुलिस अधिकारी नहीं बता पा रहे हैं की हत्या की वजह क्या है। इधर हत्या की खबर सुनकर नावा बाजार प्रखंड के ग्रामीण पुलिस प्रशासन के आक्रोश में औरंगाबाद मेदनीनगर मुख्यपथ एनएच 98 को जाम कर दिया और पलामू एसपी, पलामू डीटीओ के विरुद्ध नारेबाजी कर रहे हैं।

ग्रामीणों ने एसपी एवं डी टी ओ को बर्खास्तगी की मांग सरकार से कर रहे हैं। साथ ही साथ इन दोनों अधिकारी के द्वारा आत्महत्या करने के लिए मानसिक टॉर्चर किया गया। इन दोनों अधिकारियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा चले। एवं इसकी जांच सीबीआई से कराया जाए। ग्रामीण मंगलवार को सुबह 9:00 बजे से मुख्य पथ को जाम कर दिया। जिस कारण दोनों ओर यातायात पूरी तरह से बाधित रहा। नावबाजार थाना के समीप हजारों हजार की संख्या में ग्रामीण आक्रोशित है। जबकि वहां पर काफी संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती की गई है। घटना की सूचना पाकर पलामू प्रक्षेत्र के डीआईजी राजकुमार लाकड़ा, एसपी चंदन कुमार सिन्हा, समेत कई पुलिस विभाग के आला अधिकारी पहुंचे हुए हैं। जो ग्रामीणों के समक्ष बौने साबित हो रहे हैं ।चार दिन पूर्व निलंबित थाना प्रभारी लालजी यादव ने सोमवार की रात आत्महत्या कर ली। मंगलवार की सुबह उनका शव थाना परिसर स्थित क्वार्टर में फांसी के फंदे से झूलता मिला। वे साहिबगंज के निवासी थे।बताया जाता है कि यादव रांची के बुढ़मू थाने में मालखाना का प्रभार देकर सोमवार की शाम नावाबाजार थाना परिसर स्थित अपने क्वार्टर में लौटे थे। रात 8 बजे अपने कमरे में सोने चले गए थे। मंगलवार की सुबह वे कमरे से बाहर नहीं निकले तो उनके दरवाजे को खटखटाया गया।लेकिन दरवाजा नहीं खुला तो पुलिस कर्मियों को कुछ शक हुआ। तो इसकी जानकारी बर्तमान थाना प्रभारी दीपक कुमार को दिया।जब दरवाजा खोला गया तो। देखा की उनका शव पंखा में झूल रहा है। ज्ञात हो की पाँच जनवरी की शाम पलामू के जिला परिवहन पदाधिकारी अनवर हुसैन ने दूरभाष पर पुलिस अधीक्षक को सूचना दिया कि तीन ट्रक को जब्त कर सुरक्षा के लिए नावाबाजार के थाना प्रभारी लालजी यादव को सौंपा है। इसके बावजूद वे सीजर लिस्ट लेने से इंकार कर रहे हैं। काफी अनुरोध के बाद भी थाना प्रभारी सरकारी कार्य में सहयोग करने को तैयार नहीं हैं। इस सूचना पर एसपी ने स्वयं थाना प्रभारी को फोन पर जिला परिवहन पदाधिकारी को विधिवत सहयोग करने का निर्देश दिया। थोड़ी देर के बाद पुनः जिला परिवहन पदाधिकारी ने फोन कर एसपी को बताया कि थाना प्रभारी अब भी सहयोग करने को तैयार नहीं हैं। साथ ही अनाप-शनाप बोल रहे हैं। एसपी ने मामले को गंभीरता से लिया।और विश्रामपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुरजीत कुमार को पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया। जांचकर्ता अधिकारी ने अपनी रिर्पोट में पूरे मामले की जानकारी एसपी को दिया इस रिर्पोट के आधार पर थाना प्रभारी लालजी यादव को एस पी ने छ: जनवरी को निलंबित कर दिया गया था। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय पलामू पुलिस केंद्र किया गया था।

इधर घटना की सूचना पा कर हुसैनाबाद के पूर्व विधायक संजय यादव एवं पूर्व सांसद घूरन राम पहुंच कर ग्रामीणों के मांग पर सरकार को विचार करने की बात कहा।इस सम्बंध में डी आई जी राजकुमार लकडा ने पूर्व थाना प्रभारी के मौत पर दु:ख ब्यक्त करते हुए कहा कि वे ऐसा क्यों किये कुछ कहा नहीं जा सकता है। जाँच के बाद ही पता चल पायेगा।

बताते चले की दारोगा लालजी यादव साहेबगंजटाउन थाना पुरानी बाजार के रहने वाले थे। अपने तीन भाईयों में बडे थे ।
लालजी यादव के एक बच्ची एवं एक पुत्र है। पत्नी गर्भवती भी है। सबसे पहले बुंडू थाना के बाद रेहला और इधर 5 दिसम्बर 2020 को नावा बाजार थाना के प्रभार मिला। जिसमें 6 जनवरी 2022 को ग्राम उपाधीक्षक के द्वारा निलंबित कर दीपक कुमार दास को प्रभार सौंपा गया था

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