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झामुमो का पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर पलटवार

रघुवर दास के कार्यकाल में झारखंड में आदिवासियों को देशद्रोही बताया गया

हजारीबाग और जमशेदपुर कोर्ट में हत्या हुई

रघुवर के कार्यकाल में 26 की भूख से मौत, 16 किसानों ने आत्महत्या की और 18 मॉब लिंचिंग की घटना घटी: झामुमो

रांची। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा सोमवार को प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई थी। रघुवर दास द्वारा हेमंत सरकार पर जोरदार हमला बोला गया था। जिसके बाद मंगलवार को झामुमो ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर पलटवार किया है। झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने झामुमो कार्यालय में मंगलवार की शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आज का दिन काफी शुभ है।आज राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों का जन्मदिन है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि कल राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पत्रकारों के साथ संवाद के क्रम में एक विचित्र तरह का राजनीतिक प्रलाप किया है। उनकी इतनी हल्की बातों का जवाब देना भी उचित नहीं लगता है। उन्होंने हेमंत सरकार के दो वर्षों के गवर्नेंस और विधि व्यवस्था की बात कही है। उन्होंने कहा कि इस सदी का सबसे बड़ा कोरोना संक्रमण के दौरान झारखंड सरकार ने काफी बढ़िया काम किया। इस दौरान किसी की भी भूख से मौत नहीं हुई। गरीब एवं असहाय लोगों को खाना मुहैया कराया गया। उन्होंने कहा कि रघुवर दास के 5 वर्ष के कार्यकाल में 26 लोगों की भूख से मौत हुई। इस दौरान 16 किसानों ने आत्महत्या किया। वही अट्ठारह मोब लिंचिंग की घटना घटी। 22 हजार करोड़ का मोमेंटम झारखंड में हाथी उड़ाया गया। रोजगार नियोजन के नाम पर यहां को लोगों को बाहर कप प्लेट और गार्ड की नौकरी के लिए भेजा गया। उनके कार्यकाल में झारखंड को सेड्यूल और नंद सेड्यूल में 13-11 करके बांटा गया। उनके कार्यकाल में सीएनटी एसपीटी एक्ट में बदलाव किया गया। उन्होंने कहा कि रघुवर दास के कार्यकाल में पत्थरगढ़ी को देशद्रोह बताकर राज्य के हजारों आदिवासियों पर एफआईआर की गई। बुंडू और जामताड़ा में हिरासत में मौत हुई। हजारीबाग और जमशेदपुर कोर्ट में हत्या की गई। बोकाडिया कांड में बच्चों को मारा गया। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि उन्होंने रोजगार देने की बात कही है। उनके कार्यकाल में 5 सालों तक पारा टीचर को पिटवाया गया।हमारी सरकार ने उसका हल निकाला है। हेमंत सरकार की रघुवर सरकार से कभी तुलना नहीं की जा सकती है। उनको ना तो राजनीतिक शर्म और हयात है। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद ही संक्रमण काल शुरू हो गया। अन्यथा पिछले सरकार के घोटालों की परत दर परत खुलती। झारखंड में पहली बार एक डैम को चूहा खा गया था। उन्होंने रघुवर दास से कहा कि अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए लोगों के बीच भ्रम ना फैलाएं। साथ ही सांप्रदायिक तनाव को फैलाने का काम ना करें। उन्होंने बीजेपी को सलाह देते हुए कहा कि केंद्रीय नेतृत्व झारखंड से उन्हें हटाने के लिए केंद्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। झारखंड के भाजपा नेता पार्टी को सलाह दें कि उन्हें झारखंड से हटाकर दिल्ली भेजा जाए।अन्यथा झारखंड में आने वाले 30 वर्षो तक भाजपा का नाम लेने वाला कोई नहीं बचेगा।