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कांग्रेसियों ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि 

शास्त्री जी सादा जीवन उच्च विचार वाले व्यक्तित्व थे: डॉ रामेश्वर उरांव

रांची। झारखंड सरकार में खाद्य व वित्त आपूर्ति मंत्री सह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उराँव,प्रदेश कांग्रेस के वरीष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे,लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डा.राजेश गुप्ता छोटू ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी एवं नमन किया। अपने श्रद्धांजलि संदेश में डा.रामेश्वर उराँव ने कहा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री सादा जीवन और उच्च विचार रखने वाले व्यक्तित्व थे।जय जवान जय किसान का नारा देकर उन्होंने न सिर्फ देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात जवानों का मनोबल बढ़ाया बल्कि खेतों में अनाज पैदा कर देशवासियों का पेट भरने वाले किसानों का आत्मबल भी बढ़ाया। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रपिता से प्रभावित होकर विह्वल ऊर्जा के साथ किसान स्वतंत्रता के संघर्ष में शामिल हुए, कई विद्रोही अभियानों का नेतृत्व किया एवं कुल 7 वर्षों तक ब्रिटिश जेलों में रहे।डा.उराँव ने कहा एक रेल दुर्घटना जिसमें कई लोग मारे गए थे, के लिए स्वयं को जिम्मेदार मानते हुए उन्होंने रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था,देश एवं संसद उनके इस अभूतपूर्व पहल की काफी सराहना की थी, आज के नेताओं को इस से बहुत बड़ी सीख लेने की जरूरत है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे ने कहा अपने बेहद साफ-सुथरी छवि और सादगी पूर्ण जीवन शैली के लिए प्रसिद्ध शास्त्री जी ने कभी भी किसी पद या सम्मान की लालसा नहीं की, उनके राजनीतिक जीवन में अनेक ऐसे अवसर आए जब शास्त्री जी ने इस बात का सबूत दिया, इसलिए उनके बारे में अक्सर यह कहा जाता है कि वह अपना त्यागपत्र सदैव अपने जेब में रखते थे ऐसे व्यक्तित्व के धनी शास्त्री जी भारत माता के सच्चे सपूत थे।
कांग्रेस नेता लाल किशोर शाहदेव ने कहा शास्त्री जी के क्रियाकलाप सैद्धांतिक ना होकर पूरी तरह से व्यावहारिक और जनता की आवश्यकताओं के अनुरूप थी,लाल बहादुर शास्त्री जब केवल 11 वर्ष के थे तब से उन्होंने कुछ करने का मन बना लिया था और 16 वर्ष की आयु में गांधीजी के आह्वान पर सहयोग आंदोलन में शामिल हुए।
कांग्रेस नेता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा अपनी उदत्त निष्ठा, विनम्रता,सहिष्णुता, क्षमता, जबरदस्त आंतरिक शक्ति वाले शास्त्री जी देश को प्रगति के मार्ग पर ले कर आए,महात्मा गांधी के समान विचार रखने वाले लाल बहादुर शास्त्री भारतीय संस्कृति की पहचान हैं।