प्रधानमंत्री सुरक्षा चूक एक बड़ी साजिश: बटेश्वर मेहता
हजारीबाग।स्थानीय पंच मंदिर चौक पर हजारीबाग नगर के सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से कथाकार / स्तंभकार विजय केसरी को अंग वस्त्र एवं पुष्प गुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें सोशल मीडिया पर ‘सुरक्षा चूक के बहाने देश को अस्थिर करने की साजिश ‘ शीर्षक से प्रस्तुत आलेख के लिए प्रदान किया गया है। आज की बदली परिस्थिति में देश की एकता और अखंडता को बाधित करने की एक अंतरराष्ट्रीय साजिश चल रही है। पिछले दिनों पंजाब प्रांत के फिरोजपुर जिले में प्रधानमंत्री के काफिले की सुरक्षा में हुई चूक पर आधारित केसरी का आलेख देश की एकता और अखंडता को मजबूती प्रदान करने के लिए मील का पत्थर साबित होगा। आज देश में ऐसे ही विमर्श की जरूरत है।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य बटेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा चूक एक बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रही है । पक्ष और विपक्ष का इस मुद्दे पर एक होना नितांत जरूरी है। सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर दल गत भावना से ऊपर उठकर नेताओं को बयान देना चाहिए। विजय केसरी ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा चूक पर जो आलेख सोशल मीडिया पर प्रस्तुत किया है, इससे देश की एकता और अखंडता मजबूत होगी।
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ० देवेंद्र सिंह देव ने कहा कि देश को तोड़ने की साजिश रची जा रही है । इस विषम परिस्थिति में हर एक भारतीय को देश की एकता के लिए आगे आना चाहिए। विजय केसरी का आलेख निश्चित तौर पर एकता की नई राह दिखा दिखाती है।
कथाकार / स्तंभकार विजय केसरी ने कहा कि पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री के काफिले पर तथाकथित भीड़ द्वारा रोका जाना एक बड़ी सुरक्षा चूक है। यह पूर्णतः विदेशी साजिश है । यह साजीश किसी न किसी रूप से खालिस्तानी समर्थकों द्वारा संचालित है। देश के पक्ष – विपक्ष दोनों के नेताओं को इस मुद्दे पर एक होने की जरूरत है।
हजारीबाग जिला वैश्य महासभा की उपाध्यक्षा बिंदु देवी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा चूक से संबंधित आलेख के माध्यम से विजय केसरी ने देश को जागरुक करने का एक सार्थक प्रयास किया है।राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत प्रियंका कुमारी ने कहा कि आज देश को तोड़ने वाली शक्तियां सक्रिय हो गई हैं । ऐसी शक्तियों से मुकाबला करने की दिशा में विजय केसरी का आलेख एक अच्छी पहल है।
इन वक्ताओं के अलावा कृष्णा राम ठाकुर, राजेंद्र प्रसाद, राजकुमार केसरी, बेबी कुमारी, पिंकी देवी, प्रिंस कुमार, मनोज कुमार, भगवान दास आदि ने भी अपने-अपने विचार रखें। सभा का संचालन डॉ० देवेंद्र सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन बिंदु देवी ने किया।