रांची। झारखंड राज्य प्राइवेट स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन, पासवा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मार्गनिदेशन में किशोरों के लिए शुरू कोविड विरोधी टीकाकरण अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में पासवा के जिलाध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों की 5 जनवरी को हुई बैठक के बाद कल मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से भी मुलाकात कर सहयोग का भरोसा दिलाया गया। वहीं संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे,महासचिव डा.राजेश गुप्ता छोटू एवं सुश्री निशा भगत ने आज स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरूण सिंह को भी पत्र लिखकर यह आग्रह किया है कि किशोरों के लिए शुरू किये गये इस अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने में राज्य में संचालित करीब 47 हजार निजी स्कूल और उसमें कार्यरत 5 लाख शिक्षक व कर्मचारी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। जिनके पास एक बड़ा मूलभूत संसाधन भी मौजूद है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी जिलों के सिविल सर्जन को यह निर्देश जारी किया जाना चाहिए कि टीकाकरण अभियान में विभागीय पदाधिकारी-कर्मचारी निजी स्कूल संचालकों का प्रतिनिधित्व करने वाले पासवा से सभी जिला अध्यक्षों एवं प्रखंड अध्यक्षों एवं प्रदेश में प्रदेश पदाधिकारियों से सहयोग लिया जाएगा।
पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने बताया कि कल मुख्य सचिव सुखदेव सिंह के साथ भी पासवा प्रतिनिधियों की हुई बैठक में इस संबंध में चर्चा की गयी थी और मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को भी इससे अवगत कराने को कहा था। उन्होंने कहा कि निजी विद्यालय बच्चों के टीकाकरण को शत प्रतिशत सफल बनाने में पूरा सहयोग करेंगे, लेकिन यह तभी संभव है जब कम से कम कक्षा 8 से 12 तक के बच्चों के लिए स्कूल खोले जाऐं क्योंकि प्रायः 15 से 18 वर्ष के बच्चे इसी क्लास में पढ़ते हैं। बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस बात पर भी विचार करना चाहिए कि 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ क्लास नहीं चलाया जा सकता है क्या या फिर क्लास रूम में एक बेंच पर एक बच्चे को बैठाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कक्षाएं शुरू नहीं की जा सकती है क्या?आलोक दूबे ने स्वास्थ्य सचिव से अनुरोध किया है कि बिना देर किए हुए राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जन को इस बाबत पत्र निर्गत कर टीकाकरण को सफल बनाने में पासवा से सहयोग लेने का काम करें
प्रदेश महासचिव डा.राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि टीकाकरण अभियान में राज्य के लगभग 47 हजार निजी विद्यालयों के शिक्षक, कर्मचारी पूरी तरह से अपने मूलभूत संसाधनों के साथ सरकार को सहयोग करने के लिए तैयार हैं। पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद के निर्देशानुसार देशभर में निजी स्कूलों में पासवा टीकाकरण अभियान में सहयोग कर रही है, झारखण्ड पासवा भी कक्षा 8 से ऊपर अपने स्कूल खोलकर टीकाकरण अभियान को सफल बना सकती है। उन्होंने कहा कि पासवा का यह मानना है बच्चे जब टीका लेकर घर जाएंगे तो वैसे अभिभावक जिन्होंने किसी भ्रांतियों एवं डर की वजह से टीका नहीं लिया है बच्चों के दबाव पर वे भी टीका लेंगे और यह एक आम धारणा भी है कि बच्चे माता-पिता से ज्यादा स्कूल के शिक्षकों के आदेश को अहमियत देते हैं,वहीं दूसरी तरफ 3 महीने के बाद जब देश में 12 से 13 वर्ष के बच्चों को टीका देने की प्रक्रिया शुरू होगी तो यह बच्चे भी मानसिक रूप से टीका लेने के लिए तैयार होंगे और अपने बड़े भाई बहनों को देखकर टीका लेने में इन्हें कोई असुविधा भी नहीं होगी।
पासवा के प्रदेश महामंत्री सुश्री निशा भगत ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग से आग्रह है कि विभागराज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जन व जिला शिक्षा पदाधिकारी को आदेश निर्गत करें कि कोविडरोधी टीकाकरण अभियान पासवा के सभी जिला अध्यक्ष एवं प्रखंड अध्यक्षों से सहयोग ले और जब भी कोई जिला स्तरीय व प्रखंड स्तरीय बैठक हो उसमें पासवा के पदाधिकारी को भी आमंत्रित किया जाए, साथ ही साथ जब भी राज्य स्तरीय बैठक रांची में हो उसमें प्रदेश स्तर के पासवा पदाधिकारियों को भी बुलाना सुनिश्चित किया जाए।