छावनी परिषद द्वारा आयोजित ऑल पार्टी मीटिंग का किया बहिष्कार
रामगढ़। पूर्व विधायक शंकर चौधरी ने सात जनवरी को रामगढ़ छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी को एक पत्र भेजा है। पूर्व विधायक शंकर चौधरी ने पत्र में लिखा है कि मुझे पत्र के द्वारा जानकारी मिली है कि डेली मार्केट के संबंध में एक ऑल पार्टी मीटिंग का आयोजन 8 जनवरी को छावनी परिषद कार्यालय में आयोजित किया गया है। मैं आपकी इस बैठक का बहिष्कार करता हूं। क्योंकि आपने स्वयं कबूल किया है कि यह मामला अब कोर्ट में है फिर आपको इतनी जल्दी क्या है। कोर्ट के फैसले का इंतजार तो करना चाहिए था। फिर अधूरे विषय पर आप बार-बार मीटिंग क्यों करना चाह रहे हैं। मेरे आंदोलन में डेली मार्केट के अलावा गैर कानूनी इमारतों एवं बेसमेंट का भी मुद्दा है। इसके संबंध में आप खामोश क्यों हैं। क्या भ्रष्टाचार की गंगोत्री आप तक भी पहुंच रही है। स्पष्ट करने की कृपा करें कि आपकी क्या मजबूरी है। गलती इंसान से ही होती है और जो गलती को स्वीकार कर ले वह व्यक्ति मांग होता है। जो गलती पर पर्दा डालने का काम करता है वह मनुष्य नहीं शैतान होता है। पूर्व विधायक शंकर चौधरी ने पत्र में आगे लिखा है कि मैं आपसे जानना चाहता हूं कि छावनी परिषद का बिल्डिंग बायलॉज क्या कहता है। क्या रामगढ़ की इमारतें आपके बिल्डिंग बाइलॉज के अनुसार ही बनी हुई है। अगर नहीं तो आप उन पर कार्यवाही करने से क्यों झिझक रहे हैं। अमीरों पर जिस दिन कार्रवाई करना सीख जाएंगे। उस दिन से गरीब आपके साथ हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि गरीबों के पास पैसा नहीं है पैसे की ज्यादा भूख तो है और भी तरीके हैं।गरीबों को सता कर अमीरों को मदद करना अच्छी बात नहीं है। पूर्व विधायक ने रामगढ़ छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी को लिखे पत्र में कहा है कि 15 जनवरी तक अमीरों की इमारतों पर कार्रवाई नहीं हुई तो हम उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।