बुजुर्ग शिवनाथ को जनकल्याणकारी योजनाओं से आच्छादित करने का उपायुक्त, बोकारो को निर्देश
सोशल मीडिया के जरिए भी हो रहा आमजनों की समस्याओं का समाधान
रांची। 2019 में सरकार गठन के साथ ही मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए भी आमजनों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। ऐसे भी कई मौके आये जब सर्वोच्च संवेदनशीलता दिखाते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आधी रात को भी अधिकारियों को फरियादी की मदद का निदेश दिया है।ऐसे ही एक अन्य मामले में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निदेश पर वर्षों से भटक रहे बुजुर्ग शिवनाथ की पत्नी के समुचित इलाज की व्यवस्था हुई।
बोकारो जिला के चास प्रखण्ड के तारानगर के रहने वाले बुजुर्ग शिवनाथ पिछले कई वर्षों से अपनी पत्नी के टूटे पैर का इलाज कराने के लिये दर-दर भटक रहे थे। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने हर किसी के दरवाजे पर दस्तक दी लेकिन हर जगह से मदद के आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला।
लाचार शिवनाथ रिक्शा पर पत्नी को लादकर मांग रहे थे भीख
पत्नी के इलाज में असमर्थ बुजुर्ग शिवनाथ ने उन्हें एक रिक्शा पर लादकर दर-दर भीख मांगना शुरू कर दिया और अपनी पत्नी की इलाज के लिए मदद मांगने लगे। रिक्शा पर उन्होंने एक बोर्ड लगाया हुआ था, जिस पर लिखा था, “सहयोग करें। बेटा, बेटी, घर कुछ भी नहीं है। मेरी पत्नी का पैर टूट गया है। आप सभी भाई-बहनों से अनुरोध है कि मेरी पत्नी के इलाज में मदद करें।”
जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने उपायुक्त को दिया त्वरित कार्रवाई का निदेश,
कहा- सरकारी योजनाओं के लाभ से भी करें आच्छादित
गुरुवार, 06 दिसंबर को मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए एक सोशल मीडिया यूजर ने शिवनाथ के मदद के लिए गुहार लगाई। जिस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने उपायुक्त, बोकारो को शिवनाथ की पत्नी के इलाज के लिए समुचित व्यवस्था करते हुए, उन्हें सरकारी योजनाओं के लाभ से आच्छादित करने का निदेश दिया।
शिवनाथ को मिली पत्नी के समुचित इलाज की व्यवस्था
मुख्यमंत्री के निदेश के उपरांत उपायुक्त, बोकारो ने शिवनाथ जी का पता निकलवाया एवं तुरंत ही उनकी पत्नी के इलाज की व्यवस्था की गई। उपायुक्त बोकारो ने निर्देश पर जवाब देते हुए बताया कि, “अविलंब तारा देवी जी को सदर अस्पताल बोकारो में भर्ती करवाया गया है। डॉक्टरों की टीम उनकी जांच कर रही है। पर्यवेक्षण के बाद मेडिकल टीम आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करेगी। इनके समुचित इलाज के लिए हर संभव कार्य किया जाएगा।