पिछले एक वर्ष में 264 कार्यक्रम कर पांच लाख से ज्यादा किशोरी – बच्चों को लाभान्वित किया गया: डॉ सांत्वना
रामगढ़। मिशन पिंक हेल्थ आईएमए की महत्वकांक्षी परियोजना है जो वर्ष 2017 मैं आई एम ए द्वारा शुरू किया गया। मिशन पिंक हेल्थ कार्यक्रम को रामगढ़,धनबाद, बोकारो, चास सहित अन्य स्थानों पर चलाया जा रहा है। मिशन पिंक हेल्प परियोजना के राष्ट्रीय सचिव डॉ सांत्वना शरण ने 6 जनवरी को पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि उन्होंने बताया कि झारखंड के इन स्थानों पर 75000 किशोरी बच्चों के साथ संपर्क अभियान चलाया गया है। पूरे देश में लाखों बच्चों के लिए एमपीएच की पूरी टीम जिसमें हर राज्य में कई नामी-गिरामी चिकित्सक शामिल होकर कार्य कर रहे हैं और लगातार प्रयासरत हैं। एनीमिया उन्मुक्त, सही पोषण, आत्मरक्षा,आत्म विश्वास,मानसिक एवं आध्यात्मिक विकास, माहवारी से संबंधित बीमारियों के विषयों पर विस्तृत जानकारी विशेषज्ञ दे रहे हैं। साथ ही व्यापक स्तर पर इस पर कार्यवाही की जा रही है। कोरोना काल में ऑनलाइन प्रोग्राम के तहत कई आयोजन किए जा रहे हैं।पूरे देश के किशोरी बच्चों को जागरूक किया जा रहा है। आओ स्कूल चलें एवं आओ गांव चले के माध्यम से गांव-गांव तक स्कूल में जाकर एवं ऑनलाइन माध्यम से प्रत्येक बच्चों तक संदेश पहुंचाना एमपीएच का उद्देश्य है। डॉक्टर सांत्वना शरण ने कहा कि बहुत ही व्यवस्थित तरीके से हर जिला स्तर तक अनुशासित टीम बनाकर जिसमें डॉक्टरों एवं सामाजिक रूप से समर्पित और संबंधित लोग वैज्ञानिक एवं व्यापक जानकारी उपलब्ध कराते हैं। एनीमिया के लिए आयरन की गोली दी जा रही है। पिछले वर्ष 2021 में 264 ऐसे कार्यक्रम किए गए।जिनके माध्यम से 5 लाख से ज्यादा किशोरी बच्चों को लाभान्वित किया गया है।
उन्होंने बताया कि फेसलुक लाइव शो हर 15 दिन पर नेशनल आई एम ए द्वारा किया जाता है। जिसमें देश, विदेश के विशेषज्ञ चिकित्सक एवं अन्य विषयों के वक्ता अपने विचारों से बच्चों को जागरूक कर रहे हैं। मिशन पिंक हेल्थ चेयरमैन डॉ दिव्या सक्सेना और सचिव डॉ सांत्वना शरण अपनी व्यस्तता के बावजूद बहुमूल्य समय देकर इस प्रोग्राम का पिछले 3 वर्षों से सफल संचालन किया है। जिसके लिए पूरी एमपी एसडीम का सहयोग अमूल्य है। इस वर्ष के लिए महत्वकांक्षी योजना तैयार की गई है। मिशन पिंक हेल्थ समाज के लोगों से अपील करता है कि वह हमारा प्रोत्साहन एवं सहयोग करें। ताकि एनीमिया मुक्त भारत बनाने में और स्वास्थ्य जागरूक भविष्य बनाने में सफलता मिल पाए।