कोयले का अवैध खनन और कारोबार से सीसीएल प्रबंधन परेशान
सिरका में डोजरिंग कर तीन अवैध कोयला खदानों के मुहानों को बंद किया गया
रामगढ़। जिला के कोयलांचल से पिछले लगभग 2 वर्षों से कोयले का अवैध खनन और कारोबार पूरे शबाब पर है। जिला में पुलिस प्रशासन के निष्क्रियता का लाभ कोयला माफिया उठा रहे हैं। जिससे सीसीएल को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। वहीं राज्य एवं केंद्र सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। अवैध खनन को बंद कराने के लिए सीसीएल प्रबंधन खदानों में डोजरिंग करवा रही है। अरगड्डा कोयलांचल क्षेत्र में अवैध कोयला उत्खनन पर अंकुश लगाने को लेकर सीसीएल प्रबंधन द्वारा बुधवार को अभियान चलाया गया। इसके तहत सिरका पडारू नाला स्थित तीन अवैध कोयला खदानों को डोजरिंग करा कर बंद किया गया। गौरतलब है कि इन दिनों सिरका अरगड्डा कोलियरी में कोयले का उत्पादन नहीं हो रहा है, परंतु कोयले के अवैध कारोबारियों द्वारा क्षेत्र में कई जगह अवैध उत्खनन कर कोयला निकासी का काम बदस्तूर जारी है। अवैध उत्खनन पर रोकथाम के लिए प्रबंधन द्वारा अवैध खदानों के सिरमुहानो को बंद कर दिया जाता है। लेकिन कुछ अंतराल के बाद फिर से अवैध उत्खनन कर कोयला निकासी का काम शुरू कर दिया जाता है।
महाप्रबंधक अजय सिंह के आदेशानुसार आज सिरका में पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में तीन अवैध उत्खनन वाले खदानों को बंद किया गया . इस अभियान में सिरका परियोजना पदाधिकारी वीरेंद्र सिंह, खान प्रबंधक कामेश्वर महतो , रामगढ़ थाना के सहायक थाना प्रभारी श्रीनिवास सिंह , सीसीएल के क्षेत्रीय सुरक्षा पदाधिकारी एसएन तिवारी , सिरका सुरक्षा प्रभारी रमेश रावत, जीएम ऑफिस सुरक्षा प्रभारी भैयालाल , सिरका के होमगार्ड जवान संजीव कुमार, मनजीत कुमार , जीएम ऑफिस के सुरक्षाकर्मी होपाना मरांडी , शंकर अवैध उत्खनन नियंत्रण प्रभारी संतोष कुमार सिंह, श्रीभंडारी , मनोकामना सिंह आदि शामिल थे।