रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी की प्रवक्ता आभा सिन्हा ने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार ओमिक्रोन वायरस के खतरे को नजर अंदाज कर देश की जनता की जिंदगियों से खिलवाड़ कर रही है।बातें बनाने व टेलीविजन पर आने से अपराधिक लापरवाही के जख्म भरने वाले नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का जिम्मेवारी से बार-बार पीठ दिखाना, कोरोना टीकाकरण की बार-बार नीतियां बदलने, करुणा की रोकथाम के बजाए खुद के महिमामंडन, रैलियों व चुनावी गोटियो को प्राथमिकता देने, प्रांतो पर दोस मढ़ बीमारी से पीछा छुड़वाने, जैसी आपराधिक लापरवाही से देशवासियों की जान से खिलवाड़ किया गया। कोरोना के संभावित तीसरी लहर की आहट से ठीक पहले देशवासियों की जान एक बार फिर मोदी सरकार जोखिम में डालने को आतुर है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा 25 दिसंबर 2021 को जारी तथ्यों के अनुसार 36.50 करोड़ भारतीयों को अभी भी करोना का दूसरा वैक्सीन नहीं लग पाया है जो देश की 18 साल से अधिक वाली जनसंख्या का 35 प्रतिशत हिस्सा है। यही नहीं 18 साल से अधिक की आयु के देश के 11.45 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन डोज भी नहीं लग पाया है जो चिंता का विषय है। अन्य देशों के मुकाबले अपने देशवासियों को दोनों करोना निरोधक टीके लगाने में भारत अभी भी 19वें पायदान पर है।
उन्होंने कहा कि देश की जनता जानना चाहती है कि 45.95 करोड वयस्क भारतीयों को 59.40 करोड़ कोरोना वैक्सीन कब लगेगा? वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों की मासिक क्षमता मात्र 16.80 करोड़ वैक्सीन प्रतिमाह है, तो फिर 95.10 करोड़ वैक्सीन देशवासियों को कब तक उपलब्ध होंगे? 15 साल से कम के आयु के बच्चों व युवाओं को वैक्सीन लगाने के बारे में मोदी सरकार की कोई नीति क्यों नहीं है? कोरोना की दूसरी लहर में मोदी सरकार की अपराधिक लापरवाही से मरने वालों की संख्या की जानकारी सार्वजनिक क्यों नहीं की गयी व परिवारजनों के मुआवजा क्यों नहीं दी गयी?उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजधर्म निभाते हुए स्पष्ट वैक्सीन नीति अपनाएं। 5 से 15 साल के युवाओं को वैैक्सीन उपलब्ध करावाएं व ओमीक्राॅन वायरस के खतरे से देश को बचाने के लिए रास्ता सुझाएं।