भुरकुंडा में काव्य गोष्ठी का हुआ आयोजन
भुरकुंडा(रामगढ़): झारखंड राष्ट्रभाषा परिषद के तत्वाधान में शुक्रवार को ठाकुर रघुपति सिंह चौहान व्यथित की 101 वी जयंती पंचायत सचिवालय भुरकुंडा के सभागार में मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष नाना तिवारी ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके उपरांत ठाकुर रघुपति सिंह चौहान की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
महासचिव गजाधर महतो प्रभाकर द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। मंच संचालन मोहम्मद अजीम अंसारी ने की। ठाकुर रघुपति सिंह चौहान की जीवनी पर मंचासीन अतिथि स्थानीय जिला परिषद सदस्य दर्शन गंझू , पूर्व जिप उपाध्यक्ष रामगढ़ मनोज कुमार राम, जगतार सिंह, राम गोपाल अग्रवाल, चमन लाल, कुलानंद पांडे आदि ने प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने कोयलांचल में साहित्यिक संस्था स्थापित कर साहित्यिक गतिविधि का अलख जगाया, साथ ही नवोदित कवियों का प्रखर मार्गदर्शन भी किया। कार्यक्रम के दूसरे चरण में काव्य पाठ प्रारंभ हुआ। जिसमें सरोज कांत झा, राज रामगढ़ी, कुलानंद पांडेय, केडी शरण, गजाधर महतो प्रभाकर, अजीम अंसारी,प्रेम विश्वकर्मा ने बारी बारी से काव्य पाठ किया। राज रामगढ़ी द्वारा प्रस्तुत की गई गजल “मोहब्बत की खिताब दारिया अच्छी नहीं लगती” को लोगों ने खूब सराहा। वहीं डॉक्टर गजाधर महतो प्रभाकर ने खोरठा में अपनी कविता “तोय नदी जाइत में हे मरद , तोरा बुझेक चाही देश कर दरद’,
सरोज कांत झा ने गजल ‘तन्हाइयों में तुम कितना रुलाते हो’, एमए अंसारी ने गजल “मैं तो एक ख्वाब हूं, तुमसे बिछड़ जाऊंगा ,जब भी खोलोगे पलकें तो बिखर जाऊंगा’ पेश कर खूब वाहवाही लूटी। समरोह में अन्य साहित्यकारों ने भी अपनी रचनाएं पेश की।
धन्यवाद ज्ञापन बिनय कुमार सिंह के द्वारा किया गया। काव्य गोष्ठी में उपस्थित प्रमुख रूप से विजयंत कुमार, अनिल सिंह, योगेंद्र पाठक, रमाकांत दुबे, विनय कुमार तिवारी, मनजीत रंजन ,राज किशोर सिंह, राकेश कुमार सिंह ,सलील मोहन, पूनम साव, रामकुमार सिंह कुणाल रंजन, शैलेंद्र कुमार सिंह, अजीत कुमार सिन्हा, संजय अग्रवाल, प्रियरंजन, अजय पासवान, छोटू सिंह, नंदकिशोर मेहता, सुनील कुमार सिंह, उपेंद्र सिंह, कुमार अरविंद, विनोद मेहता, रविन्द्र सिन्हा सहित कई मौजूद रहे।