- जिला में बड़े पैमाने पर कोयला, बालू का हुआ अवैध खनन और कारोबार
- जिला में कबाड़ी और कोयला में चारकोल मिलाने का धंधा रहा चरम पर
- जिला में बड़े पैमाने पर सालों भर चलता रहा मटका और जुआ का खेल
- झारखंड प्रदेश में अवैध कारोबार को लेकर रामगढ़ चर्चा में रहा
रामगढ़। झारखंड प्रदेश की राजधानी रांची से सटे रामगढ़ जिला वर्ष 2021 में पूरे प्रदेश में अवैध कारोबार को लेकर चर्चा में रहा है। साथ ही अपराधियों एवं नक्सलियों की गतिविधियों में भी तेजी से इजाफा हुआ है।
जिला के घाटो थाना क्षेत्र के अंतर्गत टाटा की वेस्ट बोकारो इकाई के एक कार्यालय में अपराधियों ने जिस प्रकार हमला किया। उस प्रकार की हमला रामगढ़ जिला में इतिहास बनाया है। वही जिला के लगभग सभी क्षेत्रों में सालों भर कोयले का अवैध खनन और कारोबार बेधड़क चलता रहा। जिला के घाटो,कुज्जू,बरकाकाना क्षेत्र में स्थित कोयला से संबंधित इकाइयों में बड़े पैमाने पर अवैध कोयले का धड़ल्ले से उपयोग होता रहा है। खासकर जिला के कुज्जू ओपी क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित कोयला से संबंधित फैक्ट्रियों मैं खुलेआम अवैध कोयले का उपयोग हुआ है। यह हम नहीं कह रहे,बल्कि यह सरकारी खुफिया तंत्र ने रिपोर्ट भेजी है। फैक्ट्रियों में बड़े पैमाने पर विभिन्न क्षेत्रों से अवैध कोयला लाकर उपयोग किया गया है। वहीं क्षेत्र में स्थित सैकड़ों चिमनी ईट भट्ठे,गोल भट्टे में बड़े पैमाने पर अवैध कोयला का उपयोग हो रहा है।
हालांकि जब कभी दबाव बनती है तो दिखावे के लिए अवैध कारोबार को बंद किया जाता है। वहीं जिला में सालों भर बड़े पैमाने पर बालू का अवैध खनन और कारोबार हुआ है। दामोदर नदी से बालू माफियाओं ने ट्रैक्टर,हाईवा और टेलर से बालू निकालकर मंडियों में भेजा है। जिला के भुरकुंडा, सिरका,रामगढ़, रजरप्पा,गोला थाना क्षेत्र से बालू का अवैध कारोबार जोर-शोर से चला है। वहीं जिला में सालों भर कबाड़ की आड़ में अवैध कारोबार भी बड़े पैमाने पर चला है। जिला के रामगढ़, भुरकुंडा,कुज्जू क्षेत्र से बड़े पैमाने पर कबाड़ी का अवैध कारोबार हुआ है।
वही जिला के भुरकुंडा और पतरातू क्षेत्र से बड़े पैमाने पर कोयला में चारकोल मिलाने का कारोबार चला है। चर्चा है कि भुरकुंडा रेलवे साइडिंग और पतरातू रेलवे साइडिंग में बड़े पैमाने पर कोयला में चार कुल मिलाकर पावर प्लांट को भेजा जा रहा है। यह अवैध कार्य इन क्षेत्रों में लगातार चल रहा है। जिसमें रोजाना करोड़ों रुपए का खेल चल रहा है।
जिला में अपराधियों का बढ़ा है मनोबल
रामगढ़ जिला में वर्ष 2021 में अपराधियों का मनोबल और सक्रियता काफी बढ़ा हुआ दिखा है। यह हम नहीं क्षेत्र में घटी घटनाएं बता रही हैं। क्षेत्र की बड़ी कंपनियां और ठेकेदार त्राहिमाम कर रहे हैं। इसकी जानकारी रात सरकार और केंद्र सरकार को भी भेजी गई है। जानकारों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से घाटों थाना क्षेत्र के वेस्ट बोकारो में टाटा कंपनी कोयले का उत्पादन करती है। यह सबसे सुरक्षित क्षेत्र माना जाता था। लेकिन जिस प्रकार यहां दिनदहाड़े अपराधियों ने बम और गोली से हमला कर क्षेत्र को दहलाने का काम किया। वह एक इतिहास बन गया है। अपराधियों ने खुलेआम रंगदारी देने की मांग की है। वहीं जिले में रेलवे और कोल इंडिया के चल रहे कार्य में अपराधियों ने लगातार व्यवधान डाला है। क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों ने राज्य और केंद्र सरकार को इसकी रिपोर्ट भेजी है। कंपनियों ने मुख्य सचिव और डीजीपी को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग किया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिला में किस प्रकार का अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। अपराधिक घटनाओं की तो बात अलग है। वर्ष 2021 में जिला में कई बड़ी हत्या अभी हुई है। जिला का भुरकुंडा और पतरातू अपराधियों का मजबूत किला के रूप में फिर एक बार उभर कर सामने आया है। ऐसा नहीं कि जिला के अन्य क्षेत्रों में अपराधिक घटना नहीं घटी है। कुल मिलाकर देखा जाए तो वर्ष 2021 रामगढ़ जिला के लिए अच्छा नहीं रहा है। सालों भर अपराध और अवैध कारोबार की चर्चा रही है। आने वाला वर्ष 2022 में कुछ सुधार होता है या फिर पुरानी स्थिति कायम रहेगी?