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चार साल से बकाए ओटी की राशि मिलने का रास्ता साफ़

  • मज़दूरों को मिलेंगे 50 लाख रुपए
  • क्षेत्रीय श्रमायुक्त ने की सुनवाई पुरी, राशि देने का निर्देश
  • चार साल से आरकेएमयू लड़ रही थी लड़ाई

रजरप्पा(रामगढ़)। सीसीएल रजरप्पा में मज़दूरों का मार्च 2017 से बकाए ओटी की राशि मिलने का रास्ता अब साफ़ हो गया है। इसमें करीब 50 लाख रू मज़दूरों को मिलेगा। ओटी मामले पर गुरुवार को क्षेत्रीय श्रमायुक्त (केंद्रीय), धनबाद के न्यायालय में आरकेएमयू रजरप्पा क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव रमेश विश्वकर्मा व अधयक्ष प्रदीप कुमार और सीसीएल रजरप्पा क्षेत्र प्रबंधन पक्ष से स्टाफ आफिसर (कार्मिक एवं प्रशासक) सुजीत कुमार गोस्वामी व रजरप्पा परियोजना का प्रबंधक (कार्मिक एवं प्रशासक) श्री अमरनाथ सिंह में सुनवाई हुई। एक माह के अंदर बकाया ओटी की राशि मजदूरों को भुगतान करने का आदेश दिया गया है।
… क्या है पूरा मामला?
वर्ष 2019 में क्षेत्रीय श्रमायुक्त (केंद्रीय),धनबाद के न्यायालय में आरकेएमयू, रजरप्पा क्षेत्र की ओर से मामला दायर किया था। इसमें यूनियन की ओर से कहा गया था की प्रबंधन ने मार्च 2017 में ओवरटाइम करवाकर इसकी राशि का भुगतान नही। किया था। मामले की एक बार सुनवाई होने के बाद कोरोना के कारण सुनवाई लम्बित थी। गुरुवार को सुनवाई हुई और मज़दूरों के हक़ में फ़ैसला आया। मार्च 2017 में रजरप्पा परियोजना, रजरप्पा वाशरी परियोजना, रजरप्पा महाप्रबंधक शाखा में कार्यरत मजदूरों से ओवरटाइम में कराया गया कार्य का मजदूरी करीब 50 लाख रू. बकाया था।
आरकेएमयू की ओर से बहुत बहुत बधाई : रमेश विश्वकर्मा
लड़ाई की जीत पर श्री विश्वकर्मा ने कहा की उन्हें उम्मीद थी सत्य की जीत होगी। आज एक बार फिर से मज़दूरों का उनका हक़ दिलाकर काफ़ी खुश हूँ।