मेदिनीनगर: पड़वा प्रखंड कार्यालय पर इंकलाबी नौजवान सभा,ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन, अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा माले के द्वारा राज्य की हेमंत सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ एक दिवसीय प्रतिरोध दिवस व प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंकलाबी नौजवान सभा के जिला सचिव पवन विश्वकर्मा तथा संचालन ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन के रंजीत कुमार सिंह ने किया। सभा को संबोधित करते हुए किसान महासभा पलामू के अध्यक्ष प्रदीप विश्वकर्मा ने कहा कि केंद्र की राह पर राज्य की सरकार चल चुकी है। हेमंत सोरेन की हर चुनावी वादा विफल नजर आ रही हैं।झारखंडी युवाओं को गुमराह किया जा रहा है और सरकार के दो साल कार्यकाल पूरा होने पर हेमंत वाहवाही लूट रहे हैं ।जबकि हकीकत यह है कि धरातल पर कार्य शून्य के बराबर है। केंद्र सरकार की तरह राज्य सरकार भी जुमलेबाज साबित हो रही है। हेमंत सोरेन का वादा था कि वर्ष 2021 नियुक्ति वर्ष होगी जबकि जेपीएससी पीटी परीक्षा में भी धांधली हुई। सिर्फ युवा ही नहीं छात्र के साथ किसान भी इस सरकार को झेल रहे है।आज किसानों के यहां बिजली बिल में काफी अनियमितता बढ़ती जा रही है। किसान हर समस्या को झेल रहे हैं ।जनवितरण प्रणाली में भी धांधली हो रही है।लेकिन प्रखंड विकास पदाधिकारी चुप्पी साधे हुए है। श्री विश्वकर्मा ने कहा कि किसान जिस तरह से मोदी सरकार को नकेल कसी वैसे ही झारखंडी छात्र युवा राज्य की हेमंत सरकार को भी वादाखिलाफी के खिलाफ एक जन आंदोलन खड़ा करेगी। और नकेल कस कर रख देगा। हमारी पार्टी भाकपा माले और जन संगठन आंदोलन की बड़ी लकीर खींचेंगे। फिर सरकार को जवाब देना मुश्किल पड़ जाएगा। वहीं इनौस के जिला सचिव पवन विश्वकर्मा ने कहा कि हम कार्यक्रम की सूचना प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिए थे।लेकिन आज ब्लॉक में से सभी पदाधिकारी गायब है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम जनता के साथ सरकार के अलावे प्रशासन की रवैया किस प्रकार है। मानआहर में जुलाई से अब तक राशन वितरण नहीं किया गया है। जन वितरण प्रणाली में धांधली के खिलाफ हफ्तों से मानआहर की महिलाएं प्रखंड विकास पदाधिकारी के यहां दौड़ लगा रही हैं।लेकिन यह पदाधिकारी किसके इशारे पर चुप्पी साधे हुई है इसका जवाब देना होगा। नहीं तो आंदोलन की एक लंबी लकीर खींची जाएगी।और इनके खिलाफ एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा। जिस उद्देश्य के साथ भाजपा की सरकार झारखंडी युवाओं ने बदली आज वो खनिज-संपदा से परिपूर्ण राज्य में रोजगार के लिए तरस रहे हैं।मजदूर बाहर पलायन करने पर मजबूर है। छात्र अपनी पढ़ाई छोड़ने पर विवश हैं ।और सरकार अपनी उपलब्धि गिना रहे हैं। आपके अधिकार,आपके सरकार,आपकी द्वार कार्यक्रम में लिए गए सारे आवदेन मात्र एक कागजी लिफाफा बन कर रह गया है। जबकि इसका हकीकत धरातल पर आकर खुद मुख्यमंत्री देख ले ।आइसा के जिला सचिव रंजीत कुमार सिंह ने कहा कि झारखंड समेत पूरे देश की शिक्षा व्यवस्था लचर है। छात्रों को देश का भविष्य कहा जाता है। लेकिन आज उसी भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही हैं।प्रखंडों में हाईस्कूल व डिग्री कॉलेज की सख्त जरूरत है। अधिकांश हाई स्कूल में शिक्षक नहीं है। झारखंड कल्याण विभाग द्वारा 2018 से साइकिल वितरण बंद कर दिया गया है। इसे पुनः बहाल करते हुए समय से छात्रवृत्ति दिया जाए। उसके साथ सभी रिक्त पदों पर बहाली की जाए। मौके पर आइसा के शशिकांत रजक, भाकपा माले नेता सुरेंद्र पासवान, इनौस के अखिलेश यादव, आइसा के पंडवा प्रभारी मिथलेश कुमार, किसान महासभा के रामनाथ भुइया समेत अन्य नेताओं ने संबोधित किया। मौके पर इनौस के अजय रजक,पिंटू कुमार,विनय शर्मा,देवेंद्रविश्वकर्मा,मनोज,उमेश ,उपेंद्र भुइया आइसा के विकाश कुमार,देवेंद्र कुमार,मिथलेश सिंह आदि समेत कई लोग उपस्थित थे।