पर्यावरण हित में रांची रिवोल्ट-जनमंच की बड़ी जीत
मुख्यमंत्री ने स्केटिंग मैदान में निर्माण कार्य रोकने का दिया आदेश
रांची।आज मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्केटिंग स्टेडिम में पहुंचकर निर्माण कार्य बंद करने के आदेश देते हुए मैदान बचाने के लिए रांची रिवोल्ट जनमंच द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
क्या है मामला
ज्ञातव्य हो राजधानी समेत राज्य के सभी खेल मैदानों पर अतिक्रमण और निर्माण कार्य कर उसे संकुचित किया जा रहा है। जिसका लगातार विरोध करते हुए रांची रिवोल्ट-जनमंच एवं मैदान बचाओ संघर्ष समिति के संयुक्त तत्वावधान में समाजसेवी डॉ.प्रणव कुमार बब्बू के नेतृत्व में स्केटिंग स्टेडियम से झारखंड चिपको आंदोलन की शुरुआत की गई। खिलाड़ियों ने पेड़ों से चिपक कर जान तक देने मगर पेड़ नहीं कटने देने की बातें कहते हुए प्रदर्शन किया। स्केटिंग स्टेडियम में 1997 ईस्वी से यानी 24 वर्षों से लगातार कराटे का प्रशिक्षण शिविर चलता रहा जिससे अब तक चालीस हज़ार से ज्यादा खिलाड़ियों को कराटे में प्रशिक्षण एवं ग्रेडिंग मिली है। आज 28 दिसंबर मंगलवार को इसी क्रम में वृहद स्तर पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया इसमें 1500 से ज्यादा लोगों ने आन्दोलन के समर्थन में हस्ताक्षर किया। मामले की जानकारी होने पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री स्केटिंग स्टेडियम पहुंचे एवं पूरी जानकारी लेकर तत्काल प्रभाव से निर्माण कार्य बंद करने का आदेश दिए। इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण हित में जनमंच के कार्यों को भी सराहा।रिवोल्ट-जनमंच महापरिवार के संयोजक डॉ. बब्बू ने मुख्यमंत्री के इस आदेश का स्वागत किया और आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जनहित के मुद्दों पर मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता स्वागत योग्य है साथ ही साथ उन्होंने सरकार से निवेदन किया कि इस आदेश को झारखंड के सभी मैदानों में लागू किया जाए, ताकि खिलाड़ियों के हित में खेल के मैदान बच सके। डॉ बब्बू कहा कि आंदोलन अभी तबतक जारी रहेगा,जबतक कि राजधानी की समस्त खेल मैदानों में अतिक्रमण बंद नहीं होता। डॉ. बब्बू ने कहा सौंदर्यीकरण या निर्माण कार्य के बहाने कंक्रीट के जाल से मैदानों को न घेरा जाए,खिलाड़ियों के हित में सरकार बचे सभी खेल मैदानों को बचाने के लिए नई नीति लाए और अतिक्रमण पूरी तरह बंद हो।