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परमवीर चक्र विजेता अल्बर्ट एक्का की 50वें शहादत दिवस एवं प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की जन्म जयंती पर कार्यक्रम

झारखंड वासियों और देश को लांस नायक की शहादत पर है नाज: डॉ रामेश्वर उरांव

रांची। परमवीर चक्र विजेता अल्बर्ट एक्का की 50वीं शहादत दिवस एवं देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जन्म जयंती पर झारखंड सरकार के वित्त मंत्री व पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उराँव के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर शाहदेव एवं डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने दोनों महान विभूतियों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया एवं श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके कृत्यों को याद किया व भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्वाहन 10.30 बजे डा.रामेश्वर उराँव अलबर्ट एक्का चौंक पहुँचकर वहां मौजूद रांची के कर्नल एच.एन.पाठक एवं सेना के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में परमवीर चक्र विजेता अलबर्ट एक्का को उनकी शहादत पर नमन किया।
इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए डा.रामेश्वर उराँव ने कहा झारखंड वासियों को एवं देश को लांस नायक की शहादत पर नाज है,भारत-पाकिस्तान युद्ध में अलबर्ट एक्का ने भाग लिया, बहादुरी के साथ पाकिस्तान को परास्त किया, उन्हें याद करके उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अलबर्ट एक्का के गांव जारी में कई बार जाने का मौका मिला,उनके परिजनों एवं गाँव वालों से बचपन की बहादुरी के किस्से सुनने का मौका मिला।मुझे खुशी है कि उनके क्षेत्र लोहरदग्गा लोकसभा का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला।डा.रामेश्वर उराँव ने कहा अलबर्ट एक्का की 50 वीं शहादत पर उन्हें याद करके गौरवान्वित महसूस करता हूँ।
डोरंडा स्थित राजेंद्र चौक पहुंचकर झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की आदमकद प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया, इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे,लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डा.राजेश गुप्ता छोटू भी मौजूद थे।
श्रद्धांजलि अर्पित करने के उपरांत मीडिया कर्मियों से बात करते हुए मोनिका डॉ राजेंद्र प्रसाद अग्रणी स्वतंत्रता सेनानियों में एक थे।राजेन्द्र बाबू राष्ट्रपिता गांधी जी के साथ जीरादेई चंपारण से किसानों के हित में आंदोलन किया वह खुद भी एक किसान थे।1934 में बिहार में भूकंप पीड़ितों के लिए जो उन्होंने सेवा और योगदान दिया वह बिहार के लोगों के लिए अविस्मरणीय रहा।डा.रामेश्वर उराँव ने कहा मैं देश के आदिवासियों एवं झारखंड के आदिवासियों को बताना चाहूंगा कि डा.राजेन्द्र प्रसाद हमेशा आदिवासियों की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। 1948 में आदिवासी आदिमजाति सेवा मंडल के अध्यक्ष मनोनीत किए गए और जब 1950 में उन्होंने राष्ट्रपति की शपथ ग्रहण किया, तब देश के कई हिस्सों से उन्हें सुझाव आया कि अब आप आदिवासी आदिम जाति सेवा मंडल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दें तो उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति पद छोड़ना पसंद करूंगा लेकिन आदिवासियों की सेवा के लिए आदिम जाति सेवा मंडल में हमेशा आजीवन बना रहूंगा और उनकी सेवा करता रहूँगा। मंडल के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने देश के एवं झारखंड के आदिवासियों के सेवा के लिए हमेशा अपने आप को समर्पित कर दिया।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डा. राजेश गुप्ता छोटू ने दोनों महान विभूतियों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा झारखंड की जनता इन दोनों महान विभूतियों को स्मरण करती है, युवा पीढ़ियों को इनके योगदान,सेवा,समर्थन और राष्ट्र प्रेम से सीख लेने की जरूरत है।
श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में कांग्रेस नेता विनीता पाठक, सोनी नायक,मृत्युंजय कुमार, प्रिंस राज, सलमान अहमद, संजय किस्पोट्टा,झारखंड गोरखा संगठन के अध्यक्ष रीतेश थापा,भरत प्रधान, सुषमा कच्छप,रीतेश कुमार, संजय बहादुर, मन बहादुर थापा उपस्थित थे।