झारखंड में आदिवासियों की जमीन की लूट नहीं हो रही बंद
गोला(रामगढ़)। जिला के गोला प्रखंड के बरवाडीह हेमतपुर स्थित कैमूर स्टील प्लांट प्रबंधन ने एक गरीब आदिवासी परिवार की जमीन को हड़प लिया है। उस भूमि पर चाहरदीवारी कर कब्जा भी कर लिया है। इसकी शिकायत लेकर अंचल से लेकर जिला तक कि दौड़ लगाई गई । लेकिन किसी ने आदिवासी परिवार की नही सुनी। उल्टा उसपर झूठा मुकदमा दायर कर जेल भेजने की धमकी दी गई।
अंत में भू वापसी को लेकर शनिवार की सुबह पूरा परिवार फेक्ट्री गेट के समीप धरना में बैठ गया। इससे वाहनों की आवाजाही बंद रही। पीड़ित झलू करमाली ने बताया कि मेरे दादा लूटन गोडाइत के नाम से ख़ातियानी जमीन है। खाता 16 ,प्लॉट 52 जिसका रकवा साढ़े पांच डिसमिल है। उक्त भूमि युगल करमाली के नाम से जमाबंदी कायम है। जिसका रशीद 2021-22तक निर्गत है। कंपनी के निदेशक बिनोद कुमार द्वारा मेरे भूमि पर रेलिंग मिल का बाउंड्री कराया जा रहा है। इसे मेरे द्वारा रोका गया । काफी झंझट के बाद मुझे मजबूर कर ग्यारह वर्षो का लीज नामा किया गया। यह तय किया गया कि तैतीस हजार रुपया दिया जाएगा। कंपनी ने मुझे एचडीएफसी चास शाखा का मुझे चेक दिया । लेकिन यह चेक बाउंस कर दिया गया। इसकी सूचना बिनोद को दी तो उसने धोखे से चेक वापस ले लिया। साथ ही जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करते हुए मारपीट कर झूठा मुकदमा में फसाने का धमकी दिया। झालू ने कहा है कि किसी भी कीमत पर कंपनी को जमीन नहीं देंगे। मैं अपने जमीन पर खेती गृहस्ती का कार्य करूंगा। इधर फेक्ट्री गेट जाम की सूचना पर गोला थाना पुलिस पहुँची ओर झलू करमाली के परिजनों को समझा बुझाकर जाम हटाया। पुलिस ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया है।