शहर एवं कोयलांचल में दीपावली के मौके पर खूब फूटे पटाखे
पिछले वर्ष के कसर को पूरा किया लोगों ने पटाखे फोड़ कर
सारे एवं कोयलांचल में काली पूजा की धूम
प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया
मां छिन्नमस्तिका कि बाहर से आए साधक कर रहे हैं साधना
रामगढ़। पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण लोगों ने त्यौहार डर और दहशत के माहौल में मनाया था। लेकिन इस बार लोग कोरोना संक्रमण से बाहर निकलते हुए दीपावली और काली पूजा में जमकर मजा किया।
दीपावली के मौके पर शहर में लोगों ने व्यवसायिक प्रतिष्ठानों एवं आवास को भव्य रुप से आकर्षक विद्युत सज्जा किया है। वहीं शाम होते ही दीया जलाने के बाद और भव्य रूप दिखा। शाम से ही पटाखों की गूंज आरंभ हो गई जो देर रात तक चलती रही। पिछले वर्ष लोगों ने कोरोना संक्रमण के कारण त्यौहार नहीं के बराबर मनाया था। लेकिन इस बार लोगों ने पिछले वर्ष का भी कसर पूरा कर लिया है। शाम होते ही पटाखों की गूंज और लाइट से शहर चकाचौंध होने लगा।
वहीं देर शाम 7:00 बजे से पटाखों की आवाज तेज होने लगी। देर रात 12:00 बजे तक पटाखों की गूंज गूंजती रहे। वही दीपावली को लेकर शहर के चट्टी बाजार, लोहार टोला रोड, मेन रोड, झंडा चौक सहित अन्य क्षेत्रों में स्थित भवनों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को भव्य रूप से सजाया गया है।
शहर में कई स्थानों पर हो रही मां काली की पूजा
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी शहर के कई क्षेत्रों में मां काली की पूजा विधि सम्मत हो रही है। शहर के बंगाली टोला में मां काली की भव्य और विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है। वही सौदागर मोहल्ला में स्थित पिंड काली पूजा के स्थान पर देर रात 10:30 बजे से पूजा-अर्चना आरंभ हो गई। शहर के बंगाली टोला इससे बड़ी काली मंदिर में रात 8:00 बजे से ही पूजा आरंभ हो गई जो देर रात को जाकर संपन्न हुई।
पूजा के उपरांत बली आरंभ हुई। मां काली की पूजा को लेकर श्रद्धालु देर शाम से ही काली मंदिरों में पहुंचना आरंभ हो गए हैं। शहर के पतरातू बस्ती, मिलोनी क्लब, रांची रोड रेलवे स्टेशन के निकट सहित कई स्थानों पर मां काली की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जा रही है।