मेदिनीनगर : राज्य सरकार हर मोर्चे पर बिफल साबित हो रही है।अपराधी अफसर बेलगाम हो गए हैं।जन्ता त्राहिमाम कर रही है।उक्त बातें राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने परिसदन भवन में प्रेस वार्ता में कही उन्होने कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार के लगभग दो वर्षों का कार्यकाल में विकास पूरी तरह से ठप हो गया है। कानून व्यवस्था लचर गई है। अपराध,उग्रवाद चरम पर है। राज्य में हत्या,बलात्कार,अपहरण, फिरौती की घटनाएं लगातार बढ़ रही है।अराजकता व भय का माहौल है। बालू एवं खनिज संपदा का दोहन हो रहा है।माफिया राज कायम है ।भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। श्री मरांडी ने कहा कि सरकार ने चुनाव में प्रत्येक साल पांच लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था। परंतु अभी तक कुछ नहीं किया। आए दिन संविदा कर्मी पारा शिक्षक,पारा मेडिकल स्टाफ, स्वास्थ्य कर्मी,सहायक पुलिस एवं अन्य संगठन लगातार आंदोलनरत है।सरकार वार्ता कर इनके समस्याओं का समाधान के प्रति गंभीर नहीं है बल्कि उन पर लाठियों से प्रहार किया जा रहा है। आज तक तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग नियुक्ति नियमावली या स्थानीय नीति ही नहीं बना पाई। सरकार सिर्फ लंबी चौड़ी घोषणा करने तक ही सीमित रह गई है। और सरकार द्वारा घोषित 2021 रोजगार वर्ष फ्लॉप साबित हुआ है। बेरोजगार एवं श्रमिक प्रदेश से पलायन कर रहे हैं। श्री मरांडी ने कहा कि मैथिली,भोजपुरी,हिंदी एवं अन्य भाषा को लेकर सरकार का निर्णय भेदभाव पूर्ण है। इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। किसानों की ऋण माफी का वादा भी सरकार ने पूरा नहीं किया।जो धान क्रय सरकार ने किया उसका भी भुगतान किसानों को अभी तक नहीं मिला है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के विभिन्न योजनाओ जैसे प्रधानमंत्री सड़क योजना, राष्ट्रीय राजमार्ग, जलनिधि, मनरेगा, पंचायती विकास व्यवस्था एवं अन्य विकास मद में हजारों करोड़ रुपए जिले एवं राज्य के खाते में पड़े हुए हैं। पर विकास नग्यन है। रघुवर सरकार द्वारा गांव,गरीब किसान मजदूर महिला आदिवासी दलित के लिए शुरू किए गए कई जन कल्याणकारी योजनाओं को भी बेवजह हेमंत सरकार ने बंद कर दिए। जो चिंताजनक है।भाजपा जनहित के मुद्दों पर लगातार सदन में
आवाज उठाते रही है। पर सरकार चर्चा करने को तैयार नहीं है ।पार्टी अब जनहित के मुद्दे पर सड़क से सदन तक चरणबद्ध आंदोलन करेगी। कार्यकर्ता तैयार है।और आने वाले दिनों में होने वाले पंचायत चुनाव में भी कार्यकर्ताओ के बल पर पार्टी को अपार जनसमर्थन मिलेगा। राज्य सरकार लोकायुक्त , सूचना आयुक्त ,जैक अध्यक्ष समेत विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों के अध्यक्षों की नियुक्ति नहीं करना चाहती है। कारण की इन सभी की नियुक्तियां हो जाएगी। तो सरकार पर अंकुश लगेगा ।एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य में खेतिहर, मजदूर, किसान अपना लगान भरना चाहते हैं। लेकिन सरकार उस पर रोक लगा रखी है। जिस कारण गरीब खेतिहर मजदूर किसानों को अपना लगान भरने में परेशानी हो रही है। उन्होंने चुटकुले अंदाज़ में कहा कि जमीन का लगान देने के लिए पहले सीओ को चढ़ावा चढ़ाना होगा तभी जाकर काम पूरा होगा। पलामू जिले में छत्तीसगढ़ के एक दंपति की अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में दंपति के परिजनों द्वारा पलामू पुलिस को लगातार फोन किया गया। लेकिन इस पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले पर जिले के वरीय पुलिस अधिकारी पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए थी। इसके बदले में सरकार ने वैसे अधिकारी को धनबाद का एसएसपी बना दिया। इससे क्या संदेश जाता है जनता जानती है।
प्रेस वार्ता में सांसद बीडी राम,विधायक आलोक चौरसिया, प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू एवं बालमुकुंद सहाय,प्रदेश मंत्री विवेक भवानी सिंह,प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख मनोज सिंह,जिला प्रभारी विनय जयसवाल,जिलाध्यक्ष विजयनंद पाठक,प्रेम सिंह,विपिन सिंह,विनोद सिंह, प्रफुल्ल सिंह, शिवकुमार मिश्रा,विजय ओझा विभाकर पांडे,श्याम बाबू,सुरेंद्र विश्वकर्मा,संटू सिंह,धर्मदेव यादव,दुर्गा जौहरी,ब्रजेश गुप्ता,अजय तिवारी,जितेंद्र तिवारी, सोमेश सिंह एवं अन्य प्रमुख नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।