गिद्दी(रामगढ़)।आज सयुक्त मोर्चा अरगड्डा क्षेत्र के सभी मजदूर नेताओं ने प्रेस वार्ता कर गिद्दी परियोजना के रैयतों से आग्रह किया की नाजायज मांग के चलते जो गिद्दी कोलियरी को बंद रखा गया है सर्वथा अनुचित है। इसलिए रैयतों को अपनी मांगों पर विचार करना चाहिए और अपने आंदोलन को स्थगित करना चाहिए। क्योंकि गिद्दी कोलियरी पर ही अरगड्डा क्षेत्र का भविष्य निर्भर करता है और क्षेत्र के भविष्य को बचाने के लिए, गिद्दी को बचाने के लिए यह जरूरी है परियोजना चालू हो।चुकी रेंट देने का प्रावधान में अब तक नहीं है।इसलिए यह समस्या पॉलिसी डिसीजन का है। जो लोकल प्रबंधन पूरा नहीं कर सकता इसलिए वैसे मांग जो प्रावधान अंतर्गत ही नहीं है। उसको लेकर परियोजना को बंद करना सर्वथा अनुचित है। दूसरी तरफ मजदूर नेताओं ने इस आंदोलन का नेतृत्व कर रही बड़कागांव विधायिका अंबा प्रसाद जी से भी आग्रह किया कि यह जानते हुए प्रावधान सीसीएल में नहीं है फिर भी आपने बंद को समर्थन किया है और उनका नेतृत्व भी कर रही है।ऐसा प्रतीत होता है कि सिर्फ यह राजनीति है और इस बंद के माध्यम से आप राजनीति करना चाहती है। अतः आपसे निवेदन है की क्षेत्र के भविष्य को देखते हुए, गिद्दी के भविष्य को देखते हुए समस्या का समाधान वार्ता से हल कर गिद्दी को चालू करने का कार्य करें क्योंकि आप विधायक हैं और सक्षम है।आप इस विषय पर सीसीएल के उच्च पदाधिकारियों से वार्ता कर नए नियम को लागू करवा सकती हैं।लेकिन यह जानते हुए कि वर्तमान समय में ऐसा नियम नहीं है और बंद करना यह सिर्फ गलत मानसिकता को दर्शाता है। विधायक से आग्रह करते हैं की गिद्दी कोलियरी को चालू करवाने की दिशा में पहल करें। राजनीति करने के अवसर आपको बहुत मिलेंगे लेकिन एक क्षेत्र के भविष्य को अंधकार में डालकर राजनीति करना उचित नहीं है। इस प्रेस वार्ता में नेताओं ने अपनी बात रखते हुए अंत में कहा यदि हमारे निवेदन को आग्रह को स्वीकार नहीं किया गया तो हम मजदूरों से बात करके आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे।
लेकिन किसी कीमत पर गिद्दी परियोजना को बंद से मुक्त कराएंगे और चालू करवाने का काम करेंगे ,चाहे इसके लिए हमें जो संघर्ष करना पड़े हम करने को तैयार हैं। इस प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से वैजनाथ मिस्त्री, पुरुषोत्तम पांडे गौतम बनर्जी, अरुण अरुण सिंह, मदन प्रजापति ,जन्मेजय सिंह, रविंद्र सिंह ,प्रभात कुमार ,हेमंत शर्मा, रणधीर कुमार सिंह, राजू, देवनाथ महली, कुंजी लाल प्रजापति, रंजीत सागर आदि उपस्थित थे।