ओबीसी आरक्षण महासम्मेलन में शामिल हुए मंत्री आलमगीर आलम, विधायक ममता देवी समेत कई नेता
झारखंड में पिछड़ों को काफी कम मिल रहा है आरक्षण:आलमगीर आलम
बड़कागांव(हजारीबाग)। सरकारी संस्थाओं और सेवाओं में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं रखने वाले पिछड़े समुदायों के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक विकास के लिए जनसंख्या के अनुपात में 27 प्रतिशत ओबीसी समुदाय को आरक्षण दिलाने सहित जातीय जनगणना की मांग को लेकर बड़कागांव प्लस टू हाई स्कूल मैदान में स्थानीय विधायक अंबा प्रसाद के नेतृत्व में महासम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर मंत्री ग्रामीण विकास विभाग झारखंड सरकार आलमगीर आलम एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में रामगढ़ विधायक ममता देवी सहित कई गणमान्य नेतागण उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कांग्रेस अध्यक्ष अवधेश सिंह और संचालन दिलदार अंसारी ने किया। मुख्य अतिथि आलमगीर आलम ने कहा कि विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि राज्य में ओबीसी की जनसंख्या 50% से भी अधिक है परंतु ओबीसी समुदाय को मात्र 14% आरक्षण दिया जा रहा है जो कि अन्य राज्यों की तुलना में भी काफी कम है। ओबीसी समुदाय में 160 से भी अधिक जाति शामिल है इसलिए ओबीसी समुदाय को हक एवं अधिकार प्राप्त हो इसके लिए जातीय जनगणना की मांग की जा रही है। राज्य में मात्र 14% आरक्षण के कारण ओबीसी समुदाय के कई लोग सरकारी नौकरी एवं अन्य सुविधाओं से वंचित हो जा रहे हैं। यह बस समाज की लड़ाई नहीं है बल्कि हक व अधिकार तथा संविधान बचाने की लड़ाई है जनसंख्या के आधार पर सभी जाति को आरक्षण मिलना चाहिए भाजपा और आजसू ओबीसी जाति के नाम पर लोगों को बरगला रही है। लोग 7779979993 नंबर पर मिस कॉल कर समर्थन दें। विधायक अंबा प्रसाद ने आलमगीर आलम से गैरमजरूआ जमीन की मुआवजा दिलाने एवं गाय सेड की संख्या बढ़ाने की मांग की है। रामगढ़ विधायक ममता देवी ने कहा कि कांग्रेस जो कहती है वह करके दिखलाती है ।पहले पिछड़ी जाति को 27% आरक्षण मिलता था परंतु भाजपा की सरकार ने 14% कर दी है जो पिछड़ों के साथ घोर अन्याय हैं।
झारखंड सरकार ने जनहित में कई महत्वपूर्ण योजनाएं चला रही हैं जिसका सीधा लाभ लोगों को मिल रहा है।कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष अवधेश सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष जवाहर लाल सिंह, शशि मोहन सिंह, जिला महासचिव पंकज गुप्ता, बड़कागांव प्रखंड अध्यक्ष विशेश्वर नाथ चौबे, सुरेश प्रसाद, दिलदार अंसारी, बासमती देवी, गिरेंद्र महतो, हाजी तबस्सुम, शेख अब्दुल्लाह, संजय महतो, पद्दुम साव, जमाल सगीर, पंकज प्रसाद, कुलेश्वर महतो, प्रकाश प्रसाद, वाहिद अली, आशीष चक्रवर्ती, दिनेश्वर प्रसाद, कुलेश्वर राम, दिनेश प्रसाद, निसार खान, कुलेश्वर राम, बाबर अली, त्रिलोकी साव सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।