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भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक का हुआ समापन

जनजाति मोर्चा के माध्यम से आदिवासी समाज के नेतृत्व खड़ा करे: बीएल संतोष

बिरसा का संदेश लेकर कर जाएंं कार्यकर्ता

जनजाति मोर्चा सिर्फ राजनीतिक कार्य करने के लिए नही, जनजाति समाज के बीच राष्ट्र्वादी सोच विकसित करती है

मोर्चा के कार्यकर्ता आदिवासी समाज की हर छोटी-छोटी समस्याओं का निदान करें

रांची। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक के दूसरे दिन की देश के जनजाति महापुरुषों पर जीवनी पर भाषण कार्यक्रम के साथ आरम्भ हुई। देश भर के कई नेताओं ने बिरसा मुंडा, सिद्धो-कान्हू, तिलका मांझी सहित देश के कई महापुरुषों की जीवनी पर प्रकाश डाला।


भाजपा राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने समापन समारोह भाषण देते हुए कहा कि झारखंड जनजाति वीरों की भूमि है। यहां की कण-कण में वीरो की गाथा समाहित है।
उन्होंने कहा कि जनजाति महापुरुषों के जीवनी को पढ़कर अपने जीवन को आत्मसात करने की आवश्यकता है।
उन्होंने बिरसा मुंडा मंडप में बिरसा मुंडा को याद करते हुए कहा कि अपनी संस्कृति पहचान और धर्म की रक्षा के लिए लड़ते हुए भगवान बिरसा का बलिदान पूरे देश के जनजाति समाज के लिए एक संदेश है।उस मिट्टी को नमन करते हुए कार्यकर्ता उनके संदेश को लेकर लौटे।जल जंगल जमीन का उनका उलगुलान की सुरक्षा के लिए उनका बलिदान अमर है।
उन्होंने कार्यसमिति की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय कार्यसमिति ऐतिहासिक है, इसमे अच्छी व्यवस्था, विचार और अनुशासन का मिश्रण है।
जनजाति मोर्चा के माध्यम से जनजाति समाज के बीच नेतृत्व तैयार करना है।
उन्होंने कहा कि जनजाति मोर्चा के माध्यम से जनजाति समाज के अंदर राष्ट्रवादी सोच को समाहित करना है।
उन्होंने कहा कि जनजाति मोर्चा के माध्यम से विचार एवं कुशलता का प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है।

उन्होंने जनजाति मोरचा के कार्यकर्ताओं से कहा कि अधिक से अधिक प्रवास कर सिर्फ समस्याओं के बारे में बात नही करना है जबकि समस्या का निदान करना है।
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के महत्व को सामाजिक रूप से दूसरे को समझाने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि मोर्चा में पद सिर्फ दायित्व लेने के लिए नही बल्कि यह उस समाज के बीच जाकर कार्य करने का माध्यम है।
उन्होंने कहा कि जनजाति समाज के साथ विकास की लहर को जोड़ना है साथ ही विकास की गति को पकड़ना है।उन्होंने कहा कि जनजाति समाज का नेतृत्व खड़ा करना मोर्चा के दायित्व है। मोर्चा के कार्यकर्ता समाज के मुद्दों, समस्या एवं समाधान पर कार्य करना है। भाजपा के जनप्रतिनिधि जनजाति समाज के छोटे-छोटे विभिन्न समस्या को मुक्त करने के लिए कृत संकल्प लेना है।


राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य अनंत नायक नर संकुल विकास परियोजना,कार्यालय,सोशल मीडिया, मीडिया एवं शोध एवं नीति विषय पर अपने बातों को रखा ।उन्होंने जनजाति आयोग और जनजाति संवैधानिक अधिकार पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के बीच संवैधानिक जानकारी को लेकर एसटी कमीशन लगातार कार्य कर रही है। आदिवासी समाज को सशक्त करने के लिए संवैधानिक जागरूकता की आवश्यकता है।


ट्राईफाइड के अध्यक्ष राम सिंह राठवा ने आदिवासी विकास के बारे में विस्तार से चर्चा किया।उन्होंने अपने विभाग के बारे में विस्तार से जानकारी दिया है।उन्होंने आदिवासी समाज को आर्थिक रूप से सशक्त करने पर जोर डालते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आदिवासी समाज को आर्थिक रूप से सशक्त करने पर कार्य किया जा रहा है।वनोपज का उत्पादन, भंडारण,मूल्य एवं बाजार के लिए केंद्र सरकार एवं विभाग लगातार कार्य कर रही है।कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान के साथ हुआ।व्यवस्था में लगे सभी कार्यकर्ताओं को किया गया सम्मानित।संचालन राष्ट्रीय महामंत्री सह सांसद अशोक नेते और धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय महामंत्री काली चरण मांझी ने किया।

देश भर के जनजाति नेताओं ने समाधि स्थल जाकर किया धरती आबा को नमन।

इसके पूर्व प्रातः सात बजे देश भर के आये हुए प्रमुख प्रतिनिधि कोकर स्थित बिरसा मुंडा समाधि स्थल पहुँचकर श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय संगठक वी सतीश,राष्ट्रीय महामंत्री दिलीप सैकियाँ,मोरचा राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद समीर उराँव, सांसद रामविचार नेताम, सांसद सुमेर सिंह सोलंकी, शिवशंकर उराँव, राष्ट्रीय महामंत्री सह सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, सांसद सह राष्ट्रीय महामंत्री अशोक नेते, ट्राईफ़ायइड के अध्यक्ष राम सिंह राठवा सहित कई सांसद, राष्ट्रीय पदाधिकारी उपस्थित थे।