रामगढ़। राधा गोविन्द विश्वविद्यालय के बॉटनी विभाग में ‘Environmental Ethics And Climate Change’ शीर्षक पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका के भूतपूर्व उपकुलपति प्रो डॉ हनुमान प्रसाद शर्मा, विनोब भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग के बॉटनी विभाग और बायो-टेक्नोलॉजी विभाग के भूतपूर्व विभागाध्यक्ष डॉ प्रशांत कुमार मिश्रा एवं उत्तर प्रदेश के आई.एस.एस., पी.सी. सी.एफ. डॉ उमाशंकर सिंह उपस्थित रहे।
इस एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का शुभारंभ राधा गोविन्द विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. निर्मल कुमार मंडल ने स्वागत भाषण द्वारा किया। तत्पश्चात विषय प्रवेश कराने का कार्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ एम. रजीउद्दीन द्वारा किया गया। उन्होंने अपने वक्तव्य में वतर्मान युग को वैदिक युग से जोड़ते हुए कहा कि पर्यावरण संबंधित नीतियों का पालन करने से पहले हमें व्यक्तिगत रूप से पर्यावरणीय दायित्वों का निर्वहन करना होगा। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रो. हनुमान प्रसाद शर्मा ने अपने व्याख्यान में इस बात को उजागर किया कि कैसे मौसम परिवर्तन के कारण जैव विविधताओं का ह्रास हो रहा है। किस तरह से तापमान वृद्धि के कारण जल स्तर में वृद्धि हो रही है। साथ ही, इन समस्याओं के समाधान हेतु विशेष चर्चाएं की।
इस मौके पर डॉ प्रशांत कुमार मिश्रा ने कहा कि औद्योगिकीकरण के कारण हमारी प्राकृतिक सम्पदाएँ नष्ट हो रही हैं और कुछ नीतियों द्वारा इन प्राकृतिक सम्पदाओं और जैव विविधताओं को संरक्षित किया जा सकता है।
विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इस वेबिनार में डॉ उमाशंकर सिंह ने अपने व्याख्यान में कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण वर्षा और जी.डी. पी. में कमी आ रही है।साथ ही, जलवायु परिवर्तन की वजह से पौधे एवं जंतुओं की बहुत सारी प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर खड़ी है। अतः सभी व्यक्तियों को इस ओर अपना ध्यान आकृष्ट करना होगा ताकि पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान किया जा सके।
इस वेबिनार का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ पूजा कुमारी जायसवाल द्वारा किया गया एवं इस वेबिनार में पूरे देश भर से लगभग 200 प्रतिभागियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ऑर्गनाइजिंग समिति सदस्य डॉ रश्मि, डॉ प्रतिभा, सुश्री उमा कुमारी एवं तकनीकी सहयोग के लिए डॉ संजय कुमार एवं प्रेमचन्द्र महतो का योगदान रहा।इस मौके पर वित्त एवं लेखा पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशोक कुमार, विश्वविद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सदस्य अजय कुमार समेत सभी विभागों के विभागाध्यक्ष एवं व्याख्यातागण उपस्थित रहे ।